हाल के दौर में ‘थ्री इडियट्स’ ने नई फिल्मों की राह आसान की। यह फिल्म ऑनलाइन माध्यमों से चीन में खूब देखी गयी। इसके बाद आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ ने चीनी बॉक्स आफिस में नए रिकार्ड बनाए। यह फिल्म 2017 में चीनी थियेटरों में लगी और लगभग ढाई महीने तक छाई रही। जबकि सीक्रेट सुपरस्टार, अंधाधुन, बाहुबली आदि भारतीय फ़िल्मों ने भी अच्छा कारोबार किया। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद चीनी लोगों के मन में भारतीय सभ्यता, समाज व फिल्मों के प्रति आकर्षण कम नहीं हुआ है।
By Anil Azad Pandey, Beijing
हाल के वर्षों में चीन में विदेशी फिल्मों की संख्या में तेजी आयी है, साथ ही लोकप्रियता में भी। भारत, अमेरिका, दक्षिण कोरिया व जापान सहित कई देशों की फिल्में चीन में बहुत पसंद की जाती हैं। भारतीय फिल्मों की बात करें तो 1951 में रिलीज हुई राजकपूर की ‘आवारा’ मूवी ने चीन में झंडे गाड़े। इस फिल्म का गाना आवारा हूं, चीन में अधेड़ उम्र के लोगों से अकसर सुनने को मिल जाता है। इसके बाद कई दशकों तक इक्का-दुक्का भारतीय फिल्में चीनी थिएटरों में लगती रही। जबकि हाल के दौर में ‘थ्री इडियट्स’ ने नई फिल्मों की राह आसान की। यह फिल्म ऑनलाइन माध्यमों से चीन में खूब देखी गयी। इसके बाद आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ ने चीनी बॉक्स आफिस में नए रिकार्ड बनाए। यह फिल्म 2017 में चीनी थियेटरों में लगी और लगभग ढाई महीने तक छाई रही। जबकि सीक्रेट सुपरस्टार, अंधाधुन, बाहुबली आदि भारतीय फ़िल्मों ने भी अच्छा कारोबार किया। भारत-चीन सीमा विवाद के बाद चीनी लोगों के मन में भारतीय सभ्यता, समाज व फिल्मों के प्रति आकर्षण कम नहीं हुआ है।
वहीं हॉलीवुड फिल्में भी चीन में जबरदस्त कारोबार करती रही हैं, अवतार फिल्म से लेकर फास्ट एंड फ्यूरिस व स्टार वार्स ने चीन में बढ़िया कमाई की। इन सब फिल्मों की लोकप्रियता और स्वीकार्यता चीन के तेजी से खुलते फिल्म बाज़ार की कहानी भी बयान करती है। गौरतलब है कि चीन एक बड़ा फिल्म मार्केट है और यहां 41 हज़ार से ज्यादा स्क्रीन्स हैं। जो विश्व में सबसे ज्यादा बतायी जाती हैं। ऐसे में अगर कोई अच्छी फिल्म चीनी थियेटरों में लगती है तो वह अन्य देशों की तुलना कहीं अधिक कमाई कर लेती है। दंगल के साथ भी ऐसा ही हुआ, अकेले चीन से ही इस फिल्म ने लगभग 1300 करोड़ रुपए का कारोबार किया।
यहाँ बता दें कि चीन ने पिछले एक दशक में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कई देशों के साथ भी सहयोग मजबूत किया है। इस दौरान भारत, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस व जापान सहित 22 देशों के साथ फिल्म कॉपीराइट समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
इस बीच कोरोना के दौर में चीन की राजधानी बीजिंग में दसवां इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल आयोजित हुआ। इस मौके पर चाइना फिल्म को-प्रॉडक्शन कार्प के जीएम लियु छुन ने बताया कि साल 2000 से 2019 तक चीन ने दूसरे देशों के साथ संयुक्त रूप से 244 फिल्मों का निर्माण किया। इनमें से 49 फिल्मों ने चीन की सरज़मी पर सौ मिलयन युआन यानी लगभग 14.5 मिलयन डॉलर से अधिक का बिजनेस किया।
लेखक चाइना मीडिया ग्रुप से जुड़े हैं।