Report ring desk
ऋषिकेश। पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा का शुक्रवार दोपहर 12 बजे निधन हो गया। वह कोरोना से संक्रमित थे और ऋषिकेश एम्स में भर्ती थे। 94 वर्षीय पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा चिपको आंदोलन के प्रणेता थे।
बहुगुणा को कोरोना के साथ ही निमोनिया भी हो गया था। उन्हें सिपेप मशीन सपोर्ट पर रखा गया था और उनका ऑक्सीजन सेचूरेशन लेवल 86 फीसदी पर आ गया था।
पर्यावरणविद पदमविभूषण और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुंदरलाल बहुगुणा का जन्म नौ जनवरी 1927 को टिहरी जिले में भागीरथी नदी किनारे स्थित मरोड़ा गांव में हुआ। शहीद श्रीदेव सुमन से प्रेरित होकर वह बाल्यावस्था में ही आजादी के आंदोलन में कूद गए थे। उन्होंने टिहरी रियासत के खिलाफ भी आंदोलन चलाया।
बहुगुणा का नदियों वनों व प्रकृति से बेहद गहरा जुड़ाव था। वह उत्तराखंड में बिजली की जरूरत पूरी करने के लिए छोटी-छोटी परियोजनाओं के पक्षधर थे। इसीलिए वह टिहरी बांध जैसी बड़ी परियोजनाओं के पक्षधर नहीं थे।







Leave a Comment