नई दिल्ली। वाराणसी में सांस्कृतिक विकास यात्रा में सीएसयू के कुलपति प्रो श्रीनिवास वरखेड़ी ने कहा कि लोक मानस में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद तथा विरासत को समझने समझाने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जो हम पहले स्वप्न के रुप में देखते थे, उन सुखद आश्चर्यों का जन जीवन में परिवर्तन होते साक्षात देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि समाज का युवा पीढ़ी इस भारतीय सांस्कृतिक पहचान की आवाज बनें। भारत की इस मौलिक पहचान से भारत अपनी राष्ट्रवादी भावना को और अधिक सुदृढ़, सक्षम तथा श्रेष्ठ बना सकेगा।
यह बात कुलपति प्रो वरखेड़ी ने केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के वेद विज्ञान केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विकास यात्रा पर कही। उन्होंने यह भी कहा कि यह महत्वपूर्ण यात्रा अभी अनेक शहरों में भी किये जाने की तैयारी चल रही है।
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