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Tik Tok: अमेरिका से आई Tik Tok को लेकर बड़ी ख़बर….

अमेरिका में 200 मिलियन डॉलर बांटने जा रहा है Tik Tok । अन्य देशों में भी अपनायी जा सकती है यह रणनीति। Tik Tok Starsको आकर्षित करने का फंडा।

Report Ring News

चीनी सोशल मीडिया ऐप Tik Tok पर जहां भारत में बैन लगा दिया गया है, वहीं अमेरिका में कुछ भी इसी तरह का कदम उठाया जा सकता है। हालांकि बाइटडांस कंपनी के स्वामित्व वाला टिक-टॉक अमेरिका में बहुत लोकप्रिय है। इसे देखते हुए अब कंपनी ने अमेरिकी यूजर्स को बेहतर कंटेंट प्रदान करने के मकसद से 200 मिलियन डॉलर बांटने का फैसला किया। कंपनी का कहना है कि ऐसा करने से टिक-टॉक से जुड़े लाखों यूज़र्स अच्छा कंटेंट मुहैया कराएंगे।

गौरतलब है कि टिक-टॉक बाज़ार में अपनी पहुंच मजबूत करने के लिए हॉलीवुड टेलेंट एजेंसियों के साथ मिलकर टिक-टॉक स्टार्स को शानदार प्लेटफॉर्म देता है। हाल ही में चीन की इस कंपनी द्वारा 200 मिलियन डॉलर जारी करने का उद्देश्य अमेरिकी उपभोक्ताओं को सीधे रोजगार के मौके प्रदान करना है।

इस फंड का लाभ उठाने के लिए अमेरिकी यूज़र्स को अगस्त में आवेदन करना होगा। यूज़र्स के लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं, मसलन की टिक-टॉक वीडियो पोस्ट करने वाले की उम्र 18 से अधिक हो। इसके साथ ही वह नियमित रूप से वीडियो जारी करे और एक निश्चित संख्या से अधिक फॉलोअर्स भी हों।  

टिक-टॉक की अमेरिका में जनरल मैनेजर वेनेसा पप्पास के मुताबिक, बड़ी संख्या में दर्शकों तक जुड़ने की क्षमता रखने वाले टिक-टॉक स्टार्स को हॉलीवुड की जानी-मानी टेलेंट एजेंसियों के जरिए ब्रांडिंग, पार्टनरशिप, एडवर्टाइजिंग आदि के तमाम मौके मिल रहे हैं। उक्त यूज़र्स और उनकी फ़ैमिली के लिए टिक-टॉक बहुत कम समय में अच्छी लाइफ़ बिताने और कमाई का एक प्रमुख ज़रिया बन चुका है। ख़बरों के मुताबिक टिक-टॉक विश्व के अन्य देशों में भी इसी तरह की फंडिंग बांटने की योजना बना रहा है।

गौरतलब है कि टिक-टॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा रखा है। जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी टिक-टॉक पर पाबंदी लगाने की धमकी दे चुके हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेओ सहित अन्य अमेरिकी अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से टिक-टॉक का उपयोग न करने की चेतावनी जारी की थी। उनका तर्क है कि ऐसा करने से अमेरिकी नागरिकों की सूचना चीन सरकार के पास नहीं पहुंच पाएगी।

हालांकि टिक-टॉक ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि अमेरिकी यूज़र्स का डेटा चीनी सर्वर में स्टोर नहीं किया जाता है और न ही कोई सूचना चीन को भेजी जाती है।

यहां बता दें कि टिक-टॉक अमेरिका व भारत सहित कई देशों में बहुत लोकप्रिय है।   सेंसर टॉवर के अनुसार, अमेरिका में यह ऐप 165 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। जबकि इंडिया में भी टिक-टॉक के लाखों एक्टिव यूज़र्स हैं।

साभार-चाइना मीडिया ग्रुप

Photo courtesy-Google

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