विकासनगर । सहसपुर थाना क्षेत्र के सभावाला में सेवानिवृत्त रेलकर्मी को बंधक बनाकर लूट की कोशिश करने वाले वाले चारों बदमाशों को एसओजी और पुलिस टीम ने सभावाला तिराहे और सहारनपुर रोड से गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से दो चाकू और बाइक मिली है। घटना में शामिल एक आरोपी नगर पंचायत, सेलाकुई का आउटसोर्स कर्मचारी है। एसएसपी अजय सिंह ने बदमाशों को गिरफ्तार करने वाली टीम के लिए 10 हजार के इनाम की घोषणा की है।
13 अक्तूबर की सुबह करीब पांच बजे सभावाला के वार्ड नंबर 12 निवासी शमशेर सिंह अपने घर में टहलते हुए पौधों को पानी दे रहे थे। इस दौरान एक युवक उनके पीछे से आया और धक्का देकर गिरा दिया। इस बीच दो और युवक घर में आ गए। तीनों ने घर में पड़े प्लास्टिक के खाली कट्टों का फाड़कर इससे बुजुर्ग के हाथ और पैर बांध दिए।
बुजुर्ग की पीठ और मुंह पर चाकू की नोक लगाते हुए बदमाशों ने उनसे घर में रखी नकदी और जेवर उनके हवाले करने के लिए कहा। इस बीच कुत्ते के भौंकने की आवाज से बुजुर्ग की पत्नी जाग गई। उन्होंने बाहर आकर विरोध किया तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान बदमाश महिला को घर के भीतर ले गए। लेकिन, महिला ने विरोध जारी रखा।
वह लगातार चिल्लाती रही। इस बीच एक बदमाश घर से भागकर बाहर आ गया। एक बदमाश महिला को बालों से घसीट कर बाहर लाया। महिला ने चिल्लाने और विरोध जारी करने रखने पर सभी बदमाश भाग गए। इस बीच महिला ने घर में बंधे कुत्ते को भी खोल दिया। पुलिस ने घटनास्थल के निरीक्षण के बाद अज्ञात के खिलाफ लूट की कोशिश और बंधक बनाने संबंधी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। घर में लगे सीसीटीवी कैमरा की फुटेज में बदमाश नजर आ रहे थे। बदमाशों की गिरफ्तार के लिए एसएसपी ने थाना प्रभारी मुकेश त्यागी के नेतृत्व में एसओजी और पुलिस की चार टीमों का गठन किया।
टीम ने बुधवार को घटना के मास्टरमाइंड सहारनपुर के बेहट थाना क्षेत्र के अम्बेटा गांव निवासी प्रदीप कुमार उर्फ पोपिन को सभावाला तिराहे से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में अन्य तीनों आरोपियों की बारे जानकारी मिली। पुलिस ने सहारनपुर के थाना मिर्जापुर के महमूदनगर नगली गांव निवासी आकाश कुमार उर्फ कुनाल, राजन और सहसपुर थाना क्षेत्र के तिपरपुर निवासी अमित कुमार वाल्मीकि को सहारनपुर रोड पर दरगाह के पास पकड़ा। थाना प्रभारी मुकेश त्यागी ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां से आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।