Anil Azad Pandey, CGTN Beijing
चीनी लोगों में भारतीय योग के प्रति बहुत रुचि है। हाल के वर्षों में योग करने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इसकी वजह अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का प्रचार और स्वास्थ्य को लेकर लोगों में बढ़ती जागरूकता है। चीन में योगाभ्यास करने वालों की भारी तादाद को देखते हुए तमाम योग केंद्र खुल चुके हैं। इन केंद्रों में चीनी लोग बड़े उत्साह के साथ योगासन करते हैं।
राजधानी बीजिंग में मौजूद वीयोगा संस्थान की चीन में योग का प्रसार करने में अहम भूमिका है। इस बीच वीयोगा ने अपनी 8वीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर केंद्र के संस्थापक और योग गुरु आशीष बहुगुणा ने लोगों को योग कराया। जिसमें विशेष तौर पर 108 बार सूर्य नमस्कार और ध्यान शामिल रहा। शनिवार को हुए योग सत्र की थीम, सेलिब्रेशन एंड ग्रेटिट्यूड थी। जिसमें चीनी योग टीचर लिनमिन उपस्थित रहीं। जबकि रविवार को योगासनों के साथ-साथ भजन-कीर्तन और ध्यान का आयोजन किया गया। भारतीय मूल के दक्षिण अफ्रीकी शिक्षक वेकिल तिलक ने कीर्तन करवाए। जिनमें गायत्री मंत्र के अलावा कृष्ण व राम भक्ति से जुड़े भजन गाए गए। इस दौरान योग केंद्र का माहौल भक्तिमय हो गया। साथ ही योग टीचर ग्रेस ने सिंगिंग बोल( विशेष कटोरा) बजाते हुए मेडिटेशन कराया।
योग करने वालों ने इस मौके पर अपने अनुभव भी शेयर किए। उन्होंने बताया कि योग से उनके जीवन में कितना परिवर्तन आ चुका है। योग करने से वे मानसिक और शारीरिक रूप से तंदुरस्त महसूस करते हैं। इस तरह चीन में योग की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इसके बाद योग गुरु आशीष ने योगाभ्यास के महत्व और चीन में योग की लोकप्रियता बढ़ने और वीयोगा की पिछले आठ वर्षों की यात्रा के बारे में अपने विचार रखे।
गौरतलब है कि इन दिनों चीन में लोग अपने स्वास्थ्य पर बहुत ध्यान दे रहे हैं। ऐसे में चीनी नागरिकों के बीच थाई ची के साथ-साथ योग काफी लोकप्रिय हो चुका है। ध्यान रहे कि हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के दौरान चीनी योग प्रेमी उसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। वीयोगा संस्थान की ओर से भी इस अवसर योग अभ्यास आदि का आयोजन कराया जाता है।
बता दें कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में 178 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गयी। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत इस प्रस्ताव को 90 दिनों के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया। कहते हैं कि इंटरनेशनल योग दिवस के लिए 21 जून का दिन इसलिए निर्धारित किया गया, क्योंकि यह दिन उत्तरी गोलार्द्ध (ग्रीष्म संक्रांति) का सबसे लंबा दिन माना जाता है। जिसका विश्व के कई क्षेत्रों में खास महत्व होता है, जबकि आध्यात्मिक लिहाज से भी लोग इस दिवस को विशेष मानते हैं।
(Anil Pandey is a Senior Journalist working in China Media Group)