By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
जहां एक ओर टेस्टिंग सुविधाओं में विस्तार के चलते कोविड-19 संक्रमित लोगों की तादाद में निरन्तर बढ़ोतरी दर्ज़ की जा रही है एवं तीन सितम्बर शाम पांच बजे तक कालाहाण्डी ज़िले में कोरोना पॉजिटिव लोगों का आंकड़ा 1583 को पार कर गया है, वहीं इस वैश्विक महामारी से बचने एवं इससे निज़ात दिलाने सरकारी उद्यमों के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी अपनी भूमिका बख़ूबी निभा रही हैं।
कोरोना से बचने इन दिनों आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित आयुष काढ़ा लोगों में काफी लोकप्रिय होता जा रहा है एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी इसे आम आदमी को निःशुल्क उपलब्ध कराने सहर्ष सामने आ रही हैं। अभी दो दिन पहले ही स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर के तत्वावधान में सैंकड़ों लोगों को तुलसी पत्ता, अदरक, छोटी इलायची, दालचीनी, हल्दी, काली-मिर्च, लौंग, गिलोय तथा गुड़ आदि नौ वस्तुओं के मिश्रण से तैयार आयुष काढ़ा उपलब्ध कराया गया था, जिसे लोगों ने बहुत पसन्द किया एवं लोगों की अभिरुचि के मद्देनज़र इस काम को आगे बढ़ाते हुये अब उत्कल प्रान्तीय मारवाड़ी सम्मेलन, केसिंगा शाखा द्वारा यह बीड़ा उठाया गया है। सम्मेलन द्वारा स्थानीय महावीर जैन भवन के समक्ष लगाये गये काढ़ा स्टॉल में कोई तीन सौ लोगों ने ख़ुराक हासिल की एवं बढ़ती मांग के मद्देनज़र सम्मेलन द्वारा घोषणा की गयी है कि सप्ताह में एकबार केसिंगा अथवा आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष काढ़ा उपलब्ध कराया जायेगा एवं आवश्यकता होने पर इसका विस्तार भी किया जायेगा।
इस बारे में अधिक जानकारी प्रदान करते हुये सम्मेलन केसिंगा शाखा अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल ने बतलाया कि इतना ही नहीं, सम्मेलन द्वारा लोगों में सामाजिक दूरी एवं मास्क पहनने के प्रति जागरूकता पैदा करने भी अभियान शुरू किया जा रहा है एवं काढ़े के साथ-साथ लोगों को मास्क भी निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
आज चार सितम्बर को आयोजित कार्यक्रम में तीन सौ आयुष काढ़ा ख़ुराक के साथ-साथ पांच सौ मास्क भी निःशुल्क वितरित किये गये। सम्मेलन द्वारा स्थानीय नगरपालिका अथवा पुलिस प्रशासन के साथ सहयोग करने का निर्णय लेते हुये यह घोषणा भी की गयी है कि मास्क न लगाने वालों के विरुध्द कार्रवाई के दौरान पकड़े जाने वालों को भी निःशुल्क मास्क उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष श्यामसुंदर अग्रवाल के अलावा सचिव गोपालचंद्र जैन, पूर्व अध्यक्ष बिरधीचन्द जैन, सुन्दरलाल बापोड़िया, लछमनलाल जैन तथा ध्रुव अग्रवाल आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।