काशीपुर। काशीपुर के नशा मुक्ति केंद्र में एक युवक की बुधवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही केंद्र में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। वहीं हादसे से परिवार में कोहराम मच गया। बताया जाता है कि युवक को चार दिन पहले ही नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया गया था।
गदरपुर के महतोष मोड़ निवासी जितेंद्र सिंह (28) पुत्र गुरमुख सिंह ड्राइवर था। लगभग 4-5 साल पहले वह सऊदी से लौटकर आ गया था। वह वहां पर ड्राइवर का काम करता था। वहां से लौटने के बाद यहां आकर वह कंबाइन मशीन पर ड्राइवर था। इसी बीच वह नशे का आदी हो गया। परिजनों ने परेशान होकर उसे कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करनपुर स्थित जीवन जागृति सेवा समिति नशा मुक्ति केंद्र में बीती दो नवंबर की रात लगभग दस बजे भर्ती करा दिया था। बताया कि केंद्र के लोग आकर उसे अपने साथ ले गए थे। बुधवार को जितेंद्र की अचानक तबियत खराब होने पर केंद्र संचालक ने उसे मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया।
उधर, परिजनों ने बताया कि छह नवंबर की शाम लगभग 5-6 बजे केंद्र से सूचना मिली कि जितेंद्र सिंह की हालत खराब है। तब परिजन यहां पहुंचें तो उसे मृत अवस्था में पाया। परिजनों ने केंद्र कर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए हंगामा काटा और कार्रवाई की मांग की। कहा जितेंद्र के शरीर पर चोट के निशान हैं जिसके चलते उसकी मौत हुई है।
परिजनों ने बताया जितेंद्र सिंह की शादी लगभग दो साल पहले बाजपुर निवासी मंजीत कौर से हुई थी। अभी उसके कोई बच्चा नहीं है। वह दो भाई और दो बहन हैं। जितेंद्र बड़ा था और परिवार की जिम्मेदारी उसके ऊपर थी। छोटा भाई करन सिंह शादीशुदा है और परिवार से अलग रहता है।