Report ring Desk
नई दिल्ली। प्रगति मैदान में चल रहे विश्व पुस्तक मेला में शनिवार को प्रभात प्रकाशन के स्टॉल पर पंडित विद्यानिवास मिश्र रचनावली ‘अभी-अभी हूं, अभी नहीं’ के आवरण पृष्ठ का अनावरण किया गया। इस रचनावली को 21 खंडों में प्रकाशित किया जा रहा है। इस अवसर पर प्रभात प्रकाशन के निदेशक प्रभात कुमार सहित अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति रजनीश कुमार शुक्ल, वरिष्ठ साहित्यकार योगेंद्र और प्रोफेसर मनोज राय, साहित्यकार रजनीश जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
इस अवसर पर प्रभात प्रकाशन के निदेशक पीयूष कुमार ने बताया कि पुस्तक मेले के दौरान चर्चित पुस्तकों पर अलग-अलग दिन संवाद सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। 26 फरवरी को प्रसिद्ध लेखिका अंबरीन जैदी की किताब वीर नारियां, वरिष्ठ लेखक रत्ïनेश्वर की पुस्तक 32000 साल पहले और हिमयुग में प्रेम पर चर्चा सत्र का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राजनीति और सम-सामायिक मुद्दों में दिलचस्पी रखने वाले पाठकों के लिए प्रभात प्रकाशन कश्मीर- भारत-पाकिस्तान संबंधों के आईने में, वीर सावरकर, भारत-चीन सीमा मुद्दा, भगत सिंह की पिस्तौल की खोज, दुनिया को बदल देने वाले 50 युद्ध, स्वतंत्र भारत की 75 प्रमुख राजनीतिक घटनाएं, केआर मलकानी हिंदू-मुस्लिम संवाद, स्वतंत्र भारत की 75 प्रमुख राजनीतिक घटनाएं, भारत विभाजन और पाकिस्तान के षड्यंत्र, गांधी और इस्लाम तथा नेहरू की 127 ऐतिहासिक गलतियां जैसी दिलचस्प किताबें लेकर आया है।
यश पब्लिकेशन के स्टॉल पर हर आयुवर्ग के लिए खास पुसतकें
विश्व पुस्तक मेले में हाल नंबर 2 में मौजूद यश पब्लिकेशन प्रत्येक आयु वर्ग के पाठकों के लिए किताबें लेकर आया है। जिनमें विशेष रूप से युवा साहित्यकारों, लेखकों, लाइफ पॉजिटिव, ध्यान और योग में रुचि रखने वालों के लिए काफी विकल्प मौजूद हैं। जिनमें मिजोरम- लोकजीवन और संस्कृति, पूर्वोत्तर की जनजातियां और उनका लोकजीवन, ऑपरेशन बस्तर- प्रेम और जंग, बांग्ला देश का उदय, बस्तरनामा, द पेनडेमिक (एक छद्म युद्ध), प्रवासी आवाज़, लोकरंग में सराबोर, जीवन दण्ड जैसे शीर्षक शामिल हैं।
यश पब्लिकेशन के निदेशक राहुल भारद्वाज बताते हैं कि पुस्तक मेले के दौरान कुछ नई पुस्तकों के विमोचन और लेखकों के साथ चर्चा का आयोजन भी किया जाएगा। दो मार्च को प्रकार और लेखक अभिषेक उपाध्याय की पुस्तक यूपी टू यूक्रेन का विमोचन किया जाएगा।