youths-may-become-lecturer-till-42-age-after-uttarakhand-cabinet-meeting-decision

गलत तथ्यों पर डीएलएड कर शिक्षक भर्ती में शामिल होने की होगी जांच

खबर शेयर करें

देहरादून। उत्तराखंड में बेसिक शिक्षकों के  2,917 पदों पर चल रही शिक्षक भर्ती में अन्य प्रदेशों से गलत तथ्यों के आधार पर डीएलएड कर भर्ती में शामिल होने के मामले की जांच होगी। शिक्षा मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत ने कहा कि शिक्षक भर्ती में आने वाले इस तरह के आवेदन रद्द किए जाएंगे।
उत्तराखंड के मूल एवं स्थानीय युवा ही शिक्षक भर्ती में शामिल किए जाएंगे। प्रदेश में चल रही शिक्षकों की भर्ती में बाहरी राज्यों से डीएलएड करके आने वाले अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच होगी। शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत का कहना है कि यदि कोई यूपी का मूल निवासी बताकर गलत तथ्यों के आधार पर डिप्लोमा ले आता है तो उसके आवेदन को रद्द किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा, शिक्षक भर्ती में राज्य के युवाओं के हित प्रभावित नहीं होने दिए जाएंगे। दरअसल पूरा मामला डीएलएड के फर्जीवाड़े से जुड़ा है। प्रदेश में डीएलएड के लिए राज्य का मूल या स्थायी निवासी होना जरूरी है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में इसके लिए सभी सीटों का कोटा राज्य के युवाओं के लिए है। 

Follow us on Google News Follow us on WhatsApp Channel

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Rating

Scroll to Top