प्रशासनिक अधिकारियों ने ली बैठक, समझाने पर माने
By Naveen Joshi
खटीमा। कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों के सैंपल लेने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को चंद्रवाटिका वार्ड नंबर तीन में जबर्दस्त विरोध झेलना पड़ा। सूचना पर एसडीएम समेत पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, जहां लोगों ने टीम पर मनमानी करने और रिपोर्ट की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया। उन्होंने कोरोना जांच रिपोर्ट गलत आने की भी आशंका जताई। अधिकारियों ने हंगामा कर रहे लोगों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत किया और सैंपल देने को राजी किया। इसके बाद धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों की बैठक कर शंकाओं का समाधान किया।
क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के चलते स्वास्थ्य विभाग की टीमें वार्डों एवं मोहल्लों में जाकर लोगों के सैंपल ले रही है। इसी क्रम में टीम शनिवार शाम को चंद्रवाटिका वार्ड नंबर तीन पहुंची, जहां टीम को देखते ही वार्ड सदस्य असलम अंसारी समेत कई लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया और स्वास्थ्य विभाग की टीम को सैंपल नहीं लेने दिए। आरोप लगाया कि जिस व्यक्ति का सैंपल लिया जाता है, उसकी रिपोर्ट की जानकारी संबंधित व्यक्ति या उसके परिजनों को नहीं दी जाती है। इसके अलावा बिना किसी को कुछ बताए कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति को घर से उठा ले जाते हैं। लोगों के हंगामे की सूचना मिलते ही एसडीएम निर्मला बिष्ट, सीएमएस सुषमा नेगी, तहसीलदार यूसुफ अली, सीओ महेश बिंजौला, एसएसआई देवेंद्र गौरव, बाजार चौकी इंचार्ज अनिल चौहान दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर उनके सैंपल कराए।
इसके बाद रविवार को एसडीएम की मौजूदगी में पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों की जामा मस्जिद में बैठक हुई, जिसमें धर्मगुरुओं और जनप्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम की निंदा की। कहा कि शहर में निजी लैब में भी कोरोना जांच की सुविधा दी जाए, ताकि लोग अपनी जांच खुद करा सकें। काफी देर की चर्चा और प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद धर्मगुरु और जनप्रतिनिधि मान गए। उन्होंने प्रशासन को कोरोना जांच में पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया। इस दौरान सीएमएस, तहसीलदार के अलावा मो.इरफानुलहक, मौलाना फरियाद आलम, जामा मस्जिद के सचिव इकबाल अहमद, नासिर खां, जामा मस्जिद के उपाध्यक्ष मुंशी भाई, रईस अहमद, राशिद अंसारी, मुसाद्दीन खां, असलम अंसारी आदि मौजूद थे।