देहरादून। उत्तराखण्ड कैबिनेट ने हरिद्वार और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग अधिकारियों के 480 पदों को मंजूरी दे दी है। इससे मरीजों के साथ ही युवाओं को भी बड़ी राहत मिलेगी। राज्य में अभी मेडिकल कॉलेजों के लिए 1455 पदों पर भर्ती चल रही है, लेकिन यह पदर देहरादून, श्रीनगर, हल्द्वानी और अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेजों के लिए मंजूर किए गए थे।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि हरिद्वार और पिथौरागढ़ के लिए अभी तक आउटसोर्स से नियुक्ति की व्यवस्था बनाई जा रही थी, लेकिन इससे चिकित्सा शिक्षा विभाग में नर्सिंग संवर्ग में दो व्यवस्थाएं पैदा हो रही थीं। इस परेशानी को खत्म करने के लिए अब हरिद्वार और पिथौरागढ़ मेडिकल कॉलेजों के लिए भी स्थाई पद मंजूर करने का निर्णय लिया गया है।
डाक्टरों के लिए पहाड़ के अस्पतालों में नौकरी अनिवार्य
कैबिनेट ने उत्तराखण्ड के सरकारी मेडिकल कॉलेजों से पीजी करने के लिए बॉन्ड के नियमों में भी बदलाव को मंजूरी दे दी है। इसके बाद राज्य से पीजी करने वाले डॉक्टरों को राज्य के मेडिकल कॉलेजों में या पहाड़ पर नौकरी अनिवार्य कर दी गई है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अभी तक राज्य में पीजी करने पर बॉड लेना वैकल्पिक था। अब राज्य से पीजी करने पर बॉन्ड अनिवार्य रूप से लेना होगा। मेरिट में आने पर मेडिकल कॉलेजों में दो साल की इंटर्नशिप करनी होगी और मेरिट में न होने पर पहाड़ के अस्पतालों में विशेष डाक्टर के रूप में सेवा देनी हो्गी।


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