By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
पहली सितम्बर से लागू अनलॉक्ड चार से पहले कालाहाण्डी ज़िले में व्यापारिक गतिविधियों के लिये प्रातः सात से दोपहर बाद दो बजे तक का समय निर्धारित था। तब व्यापारी वर्ग चाहता था कि अन्य स्थानों की भांति यहाँ भी दुकान-बाज़ार खोलने का समय और बढ़ाया जाये, और पहली सितम्बर से लागू नये कोविड-19 दिशा-निर्देशों के तहत प्रशासन द्वारा प्रतिबंधों में छूट देते हुये प्रातः सात से लेकर रात नौ बजे तक दुकान-बाज़ार खोलने की अनुमति प्रदान की गयी, जिस पर व्यापारी समुदाय द्वारा भी खुशी जतायी गयी।
विडम्बना की बात यह है कि गत एक सप्ताह से ज़िले में जिस तेज़ी से कोरोना संक्रमित लोगों के आँकड़े सामने आये हैं, आम लोगों के साथ-साथ व्यापारी समुदाय में भी नये सिरे से चिन्ता घर करने लगी है और वह चाहता है कि व्यापार का समय दोबारा सात से दो बजे तक कर दिया जाये। स्थानीय चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज की ओर से इस आशय का एक पत्र भी केसिंगा पालिका प्रशासक को लिखा गया। जिस पर प्रशासन का नज़रिया यह रहा कि दुकानदार अपनी मर्ज़ी से चाहें, तो दो बजे तक दुकान खोल सकते हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ज़िला मुख्यालय शहर भवानीपटना स्थित कालाहाण्डी मर्चेंट्स एसोसिएशन द्वारा भी वहां कम से कम 30 सितम्बर तक प्रातः सात से दो बजे तक दुकान-बाज़ार खोलने की घोषणा की गयी है।
नये स्थितिविकास में आज चौदह सितम्बर को कुछ व्यापारी समूहों द्वारा अपनी व्यापारिक गतिविधियां दो बजे तक सीमित रखने सम्बन्धी अधिसूचना ध्वनिविस्तारक के ज़रिये प्रसारित की गयी। उल्लेखनीय है कि चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स ने स्वयं को इससे दूर रखा।
दूसरी ओर एकाएक बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र केसिंगा पालिका प्रशासन द्वारा द्वारा औपचारिक अधिसूचना ज़ारी कर उन लोगों को आग्रह के साथ-साथ चेतावनी भी दी गयी है, जो कि ज़िले अथवा प्रदेश से बाहर अपनी कोरोना जांच करवाते एवं पॉजिटिव पाये जाने के बावज़ूद उसे छुपाने की कोशिश करते हैं।
इस परिप्रेक्ष्य में पालिका प्रशासक सिध्दार्थ पटनायक ने अधिक जानकारी देते हुये बतलाया कि हाल ही में कुछ ऐसे प्रकरण सामने आये कि स्थानीय लोगों द्वारा रायपुर, छत्तीसगढ़ में अपना टेस्ट कराया गया एवं कोरोना संक्रमित पाये जाने के बावज़ूद वे गुपचुप तरीके से यहां अपने परिवार के साथ आकर रहने लगे।
परिणामस्वरूप उनके परिवार के अन्य सदस्य भी संक्रमित हो गये। पटनायक ने कहा -क्योंकि अन्य स्थानों पर कराये गये टेस्ट की प्रशासनिक तौर पर यहां तक जानकारी पहुँचने में कोई एक सप्ताह का समय लग जाता है और उसी अवधि में इस प्रकार की घटनाएं होती हैं, जो कि एक चिन्ता का विषय है। उन्होंने कालाहाण्डी से बाहर टेस्ट कराने वालों से ख़ास तौर पर कहा है कि वे अपनी जांच रिपोर्ट से पालिका प्रशासन को आगाह करायें, अन्यथा उन पर क़ानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
उन्होंने जानकारी देते हुये कहा कि कोरोना पॉजिटिव पाये गये व्यक्ति को अपने घर पर दस दिनों के संगरोध एवं फिर सात दिनों के होम क्वारन्टीन में रहना ज़रूरी है और इस दरम्यान उसके परिवार के तमाम सदस्यों को भी घर से बाहर नहीं निकलना चाहिये। प्राप्त जानकारी के अनुसार कालाहाण्डी ज़िले में 13 सितम्बर शाम बजे तक कुल 2185 कोरोना पॉजिटिव केस पाये जा चुके हैं, जिसमें से अकेले केसिंगा नगरपालिका क्षेत्र में 122 केस हैं।
अच्छी बात यह है कि इन 122 केस में से 92 लोग ठीक हो चुके हैं एवं महज़ 30 लोग ही चिकित्साधीन स्थिति में हैं।
चेम्बर ऑफ़ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज, केसिंगा अध्यक्ष अनिल कुमार जैन ने भी कुछ लोगों द्वारा अपनी जाँच रिपोर्ट छुपाये जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बतलाते हुये उनसे भविष्य में ऐसा न करने एवं प्रशासन से पूरा सहयोग करने की अपील की है। जैन ने कहा कि ऐसे लोग अपने पैरों पर तो कुल्हाड़ी मारते ही हैं, अपने परिवार एवं समाज को भी ख़तरे में डालते हैं।

