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चीन में 5जी तकनीक पर तेज़ी से काम हो रहा है। इसके लिए चीन सरकार आधारभूत ढांचे को मजबूती देने पर ध्यान दे रही है। कुछ देशों द्वारा चीन के 5जी नेटवर्क को ब्लॉक किए जाने के बावजूद चीन की गति कम नहीं हुई है। यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि चीन 5जी के फ़ील्ड में ग्लोबल लीडर की भूमिका निभा रहा है। यकीन न आए तो इन आंकड़ों पर गौर कीजिए, देश में चार लाख दस हज़ार से ज्यादा 5जी बेस स्टेशनों का निर्माण किया जा चुका है। इतना ही नहीं हाल के कुछ महीनों में लगभग ढाई लाख से अधिक स्टेशन निर्मित किए गए हैं।
कुछ समय पहले मेरी एक अमेरिकी विशेषज्ञ से बात हुई, उनका कहना था कि सिलिकॉन वैली ने कभी सोचा नहीं था कि चीन इतनी स्पीड से किसी टेक्नोलॉजी पर काम कर सकता है। लेकिन चीन ने ऐसा कर दिखाया है, जिसकी वजह से अमेरिका आदि देशों के नीति-निर्धारकों के मन में घबराहट पैदा हो गई है। असल में उनकी बात में दम है, क्योंकि चीन द्वारा 5जी तकनीक लाए जाने के बाद अमेरिका, ब्रिटेन व अन्य देशों ने सुरक्षा कारण बताकर चीन की जानी-मानी कंपनी हुआवेई पर पाबंदी लगानी शुरू कर दी।

खुद पर लगे आरोपों की परवाह किए बिना चीन तकनीक को अपनाने में पीछे नहीं हट रहा है। हालांकि हुआवेई के चाइना मीडिया अफेयर्स डिपार्टमेंट के उपाध्यक्ष छु हाव ने हमारे साथ बातचीत में माना कि 5जी टैक्नोलॉजी में इस्तेमाल होने वाली चिप पर प्रतिबंध लगाए जाने से हुआवेई को नुकसान हो रहा है। लेकिन कंपनी आगे बढ़ने के लिए वैकल्पिक उपाय ढूंढने पर ज़ोर दे रही है।
इस बीच खबर है कि चीन अगले साल 5जी नेटवर्क के निर्माण व इस्तेमाल में और तेज़ी लाएगा। इसके तहत 6 लाख से ज्यादा नए 5जी बेस स्टेशनों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए बड़े शहरों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही दस मुख्य व्यवसायों और 20 बड़े औद्योगिक संस्थानों में कमर्शियल 5जी स्पेशल नेटवर्क की टेस्टिंग का काम भी किया जाएगा।
इसके साथ ही चीन स्मार्ट हेल्थकेयर, उद्यमों के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क, स्मार्ट ग्रिड, वाहन-सड़क समन्वय प्रणाली और वाहनों में इंटरनेट का दायरा बढ़ाने पर भी विशेष ज़ोर दिया जा रहा है।
चीन में हर सप्ताह लगभग 20 हज़ार नए 5जी बेस स्टेशन तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही 5जी नेटवर्क की कवरेज को और अधिक विस्तारित किया जाना है।
विशेषज्ञों के मुताबिक चीन साल 2025 तक 5जी नेटवर्क के निर्माण में 173 बिलियन डॉलर खर्च कर सकता है। जो दुनिया के लिए एक और आश्चर्य होगा।
चीन ने पिछले कुछ समय से 5जी तकनीक के विकास पर पूरा ध्यान दिया है। क्योंकि आज के दौर में तकनीक के बिना आगे नहीं बढ़ा जा सकता है। चीन ने तकनीक के महत्व को बखूबी समझा और इस दिशा में तेज़ी से काम किया है। 5जी तकनीक की बात करें तो यह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, ऑनलाइन मेडिकल परामर्श, दूरस्थ शिक्षा, शार्ट वीडियो, लाइवस्ट्रीमिंग इवेंट्स और गेम्स आदि के इस्तेमाल में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकती है।
साभार-चाइना मीडिया ग्रुप

