दो घरों को बहा ले गया मलबे का सैलाब, आसपास के गांवों भी भारी नुकसान
बागेश्वर। बागेश्वर के कपकोट तहसील क्षेत्र में भारी बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। पौंसारी गांव में हुई अतिवृष्टि में मलबा में दबने से देवरानी-जेठानी की मौत हो गई। वहीं एक युवक, उसका बेटा और भतीजा लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है। परिवार का एक किशोर इस आपदा में किसी तरह बच निकला है। पौंसारी गांव में अतिवृष्टि के दौरान दो मकान मलबे की चपेट में आकर जमींदोज हो गए। आसपास के गांवों में भी भारी नुकसान हुआ है।
गुरुवार रात के वक्ïत कनलगढ़ घाटी के सुमटि, वैसानी और पौसारी गांव के खाईइजर तोक में भारी बारिश हुई। खाईइजर तोक में दो परिवार निवास करते थे। भारी बारिश के दौरान पहाड़ी से मलबे का सैलाब बहकर आया और दोनों घरों को बहा ले गया। दोनों घरों में मौजूद पांच लोग भी इस सैलब में बह गए। शुक्रवार को ग्रामीणों ने घटना की सूचना आपदा कंट्रोल रूम को दी। कपकोट से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, फायर सर्विस, स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल से बसंती देवी (43) और उनकी जेठानी बचुली देवी (65) का शव बरामद किया जबकि बसंती के पति रमेश चंद्र जोशी (49) और पुत्र गिरीश चंद्र जोशी (10) लापता हैं। बचुली देवी का पुत्र पूरन चंद्र जोशी (42) लापता है। लापता तीनों लोगों की खोजबीन की जा रही है। इस बीच बसंती का पुत्र पवन जोशी (14) आपदा के बीच किसी तरह बच निकला जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विधायक और गनर को पानी के बहाव से बचाया
बागेश्वर जिले में आपदा प्रभावित पौंसारी गांव से खाईइजर तोक के बीच पडऩे वाले गधेरे को पार करते समय क्षेत्रीय विधायक सुरेश गढिय़ा और उनका गनर पंकज नेगी रस्सी की मदद से गधेरे को पार कर रहे थे। पानी उनकी कमर से ऊपर बह रहा था। अचानक वह लडख़ड़ाने लगे। उन्हें लडख़ड़ाता देखकर गनर पंकज नेगी बिना किसी सहारे के तेज बहाव में आ गए। संतुलन बिगडऩे पर वह गधेरे में बहने लगे। एसडीआरएफ के जवान और वहां मौजूद लोगों ने उन्हें किसी तरह से बचाया।


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