अब तक चीन में 14 करोड़ से अधिक नागरिकों को टीके लगाए जा चुके हैं। जून महीने तक 40 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य है।
By Anil Azad Pandey, Beijing
वैसे तो चीन में वैक्सीन लगाने का काम महीनों से चल रहा है, लेकिन अब इसमें विदेशी नागरिक भी शामिल हो गए हैं। इन दिनों पेइचिंग, शांगहाई आदि शहरों में रहने वाले विदेशियों को टीके लगाए जा रहे हैं। शुक्रवार को पेइचिंग में कार्यरत विदेशियों व उनके परिजनों को साइनोवैक बायोटैक की वैक्सीन लगायी गयी। अब तक किसी भी व्यक्ति ने वैक्सीन के साइड इफेक्ट या किसी तरह की परेशानी होने की शिकायत नहीं की है। इससे जाहिर होता है कि चीन में तैयार वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी है। चीन का कहना है कि चीनी वैज्ञानिकों द्वारा विकसित साइनोफार्म व साइनोवैक दोनों टीके कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
गौरतलब है कि मार्च के आखिरी सप्ताह में विदेशी नागरिकों को भी टीकाकरण में शामिल किया गया। आने वाले दिनों में क्वांगचो व शनचन जैसे शहरों भी टीके लगाए जाने की योजना है।
इस बीच माना जा रहा है कि अगले साल चीनी वसंत त्योहार तक चीन में 70 फीसदी से अधिक लोगों को टीके लगा दिए जाएंगे। जबकि आगामी जून महीने तक 40 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का लक्ष्य है। अब तक चीन में 14 करोड़ से अधिक नागरिकों को टीके लगाए जा चुके हैं। यहां बता दें कि चीन के रोग नियंत्रण केंद्र के प्रमुख काव फ़ू ने पिछले दिनों कहा था कि चीन वर्ष 2022 के शुरुआती महीनों में 70 से 80 फीसदी लोगों को टीके लगा देगा। ऐसा होने पर हर्ड इम्युनिटी भी हासिल हो जाएगी।
चीन का दावा है कि न केवल देश के भीतर लोगों को वैक्सीन लगाने का अभियान जारी है, बल्कि अन्य देशों को वैक्सीन सहायता में भी वह सक्रियता से हिस्सा ले रहा है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक चीन 80 से अधिक देशों और 3 अंतरराष्ट्रीय संगठनों को वैक्सीन मदद दे चुका है और 40 देशों में वैक्सीन निर्यात की गयी है। साथ ही चीन डब्ल्यूएचओ की कोवाक्स योजना में भी प्रमुख हिस्सेदार है, ताकि जरूरतमंद देशों को समय पर वैक्सीन उपलब्ध करायी जा सके।
जैसा कि हम जानते हैं कि कोरोना वायरस से पैदा सदी का सबसे बड़ा स्वास्थ्य संकट खत्म नहीं हुआ है। यह महामारी विश्व में 13 करोड़ से अधिक लोगों को संक्रमित कर चुकी है, जबकि 29 लाख लोगों की मौत इस वायरस के कारण हुई है। हर रोज बड़ी संख्या में लोग वायरस से संक्रमित हो रहे हैं।
ऐसे में संकट की इस घड़ी में चीन व भारत आदि देशों द्वारा वायरस को काबू में करने के लिए किए जा रहे प्रयास महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। क्योंकि चीन ने जिस तरह से अपने यहां महामारी के खिलाफ लड़ाई में सफलता पायी है, उससे विश्व के अन्य देशों को भी सबक लेने की आवश्यकता है।
लेखक चाइना मीडिया ग्रुप में वरिष्ठ पत्रकार हैं।