अयोध्या। अयोध्या के राम मंदिर में वो गर्व और खुशी का पल आ गया जिसका करोड़ों राम भक्तों को इंतजार था। रामलला के दर्शनों का सदियों का इंतजार आज आखिर समाप्त हो गया। जैसे ही भक्तों ने रामलला की पहली छवि देखी तो ऐसी खुशी हुई कि कई लोगों की आंखों से आंसू बह निकले। प्रधानमंत्री मोदी ने हाथ में कमल का फूल लेकर पूजन किया। प्रधानमंत्री ने रामलला की आंखों से पट्टी खोली। रामलला पीतांबर से सुशोभित हैं और हाथों में धनुष बाण धारण किए हुए हैं। रामलला ने सोने का कवच कुंडल, करधन माला धारण की हुई है।
राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई। इसके साथ ही 500 वर्षों का लंबा इंतजार भी थम गया। प्रभु श्रीराम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराज गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत साधु और संत समाज के अति विशिष्ट लोगों के मौजूदगी में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। इसके साथ ही रामलला की पहली मधुर मुस्कान वाली तस्वीर भी सामने आ गई।मनोहरी मूर्ति को जिसने देखा बस मंत्र मुग्ध हो गया।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चांदी का छत्र लेकर राम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे। यहां पर पीएम मोदी के पहुंचने के बाद ही अभीजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू हुआ। इस अनुष्ठान को महज 84 सेकंड में संपन्न किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत और साधु संत, मुख्य पुजारी लक्ष्मीकांत दीक्षित प्रमुख रूप से मौजूद रहे।