By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
जीवन को बेहतर बनाने सुख-सुविधाओं का सामान तो सभी जुटाते हैं, परन्तु मृत्योपरांत की स्थितियों पर ध्यान कम ही जाता है। अच्छी बात यह है कि तमाम सामाजिक संस्थाएं भी अब इस ओर भी ध्यान देने लगी हैं। इसकी एक मिसाल केसिंगा में अग्र-समाज द्वारा निर्मित श्मशान -मुक्तिधाम- में देखने को मिलती है।
जहाँ पहले यहाँ शवदाह के लिये भी समुचित व्यवस्था नहीं थी, कुछ सहृदय लोगों एवं संस्थाओं की सहायता से अब न केवल अन्तिम संस्कार के लिये आधुनिक स्टैण्ड की व्यवस्था हो चुकी है, अपितु दाह-कार्य के पश्चात काम में आने वाले नीम-पीपल आदि वृक्ष भी परिसर में लगाये जा चुके हैं एवं पानी की भी समुचित व्यवस्था हो गयी है। अन्तिम-यात्रा में साथ जाने वालों के बैठने हेतु शेड एवं स्थायी सीमेन्ट बेंच भी पर्याप्त मात्रा में निर्मित कराये जा चुके हैं।
अग्र-समाज द्वारा मुक्तिधाम सौंदर्यीकरण हेतु एक पूरा ख़ाका तैयार कर उसे अमलीज़ामा पहनाने की क़वायद शुरू की गयी है, सम्भव है कि जिसके पूरा होने पर न केवल अन्तिम संस्कार, बल्कि नागरिक अवकाश के कुछ क्षण बिताने भी वहां का रुख करने लगें। नवीनतम जानकारी के अनुसार लायंस क्लब इंटरनेशनल केसिंगा शाखा भी इस मुक्तिधाम सौंदर्यीकरण योजना का हिस्सा बन गयी है, जिसके तहत उस द्वारा यहां सीमेन्ट निर्मित आकर्षक रंगों वाले दस बड़े बेंच प्रदान किये गये हैं।
इसके अलावा कोविड-19 से बचाव हेतु क्लब द्वारा मास्क वितरण एवं व्हीलचेयर आदि सेवाएं भी निःशुल्क उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसी प्रकार शंकरलाल जैन नामक एक दाता द्वारा मुक्तिधाम के लिये लकड़ी के लट्ठे काटने वाली एक मशीन प्रदान की गयी है, जबकि अग्र-समाज के शंकरलाल अग्रवाल एवं रामकुमार जैन द्वारा शव-दाह हेतु बड़ी मात्रा में लकड़ी उपलब्ध करायी जा रही है।