चीन के शहरों में गरीबों की संख्या न के बराबर है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी भी गरीब लोग रहते हैं। चीन सरकार का ध्यान देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी विकास की रफ्तार पहुंचाने पर है।
By Anil Azad Pandey, Beijing
चीन ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के साथ-साथ गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को हासिल करने का काम जारी रखा है। चीन ने पिछले कई दशकों से गरीबी के खात्मे की मुहिम चलायी हुई है। आंकड़ों के मुताबिक पिछले आठ दशकों में चीन लगभग 80 करोड़ लोगों को गरीबी के दलदल से बाहर निकाल चुका है। लेकिन हाल के वर्षों में इस गरीबी उन्मूलन के अभियान में तेज़ी आयी है। इस बीच सीपीसी के केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो के सदस्य हू चुनहुआ ने गरीब मजदूरों के लिए रोजगार को स्थिर करने के लक्ष्य को हासिल करने पर जोर दिया है। साथ ही कहा कि गरीबी उन्मूलन में पूर्व और पश्चिम चीन के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए व्यापक प्रयास करने की जरूरत है। वहीं गरीब मजदूरों के लिए रोजगार समर्थक नीतियों को पूरी तरह से लागू किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग बार-बार देश के कोने-कोने से गरीबी को खत्म करने का आह्वान करते रहे हैं। उनका मकसद यह है कि विकास की दौड़ में पीछे रह गए ग्रामीण क्षेत्र भी खुशहाल हों। चीनी राष्ट्रपति कई बार कह चुके हैं कि देश की कोई भी जाति या कोई भी इलाका गरीबी के दलदल में नहीं रहना चाहिए।
इसके साथ ही चीन ने इस साल को गरीबी उन्मूलन का लक्ष्य हासिल करने का वर्ष निर्धारित किया है। एनपीसी और सीपीपीसीसी के सम्मेलनों में भी देश से गरीबी को पूरी तरह से हटाने की प्रतिबद्धता जताई गयी थी। हालांकि चीन के शहरों में गरीबों की संख्या न के बराबर है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में अभी भी गरीब लोग रहते हैं। चीन सरकार का ध्यान देश के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी विकास की रफ्तार पहुंचाने पर है।
वहीं सीपीपी के पोलित ब्यूरो के सदस्य हू चुनहुआ ने हाल ही में कहा कि गरीब मज़दूरों के लिए रोजगार को स्थिर करने का लक्ष्य हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि पूर्वी चीन में प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों को व्यवसायों का समर्थन करने और सब्सिडी प्रदान करने के उपायों को मजबूत करने की जरूरत है। साथ ही उन लोगों के लिए सेवाएं प्रदान करने पर जोर दिया, जिन्हें नौकरी खोजने में मुश्किलें पेश आती हैं।


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