कोरोना से जान गंवाने वाले अधेड़ की बेटी के पत्र पर डीएम ने दिए जांच के आदेश
By Naveen Joshi
खटीमा। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमणकाल में लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदारों पर अब कार्रवाई की तलवार लटक गई है। कोरोना से जान गंवाने वाले अधेड़ की बेटी के पत्र का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने इस तरह की लापरवाही को अत्यंत गंभीर प्रकृति का बताते हुए एक सप्ताह में आख्या प्रस्तुत करने को कहा है।
बता दें कि सांस लेने में तकलीफ होने पर राजीव नगर निवासी अधेड़ की बेटी ने एंबुलेंस को फोन किया। वहां से 112 नंबर पर फोन करने को कहा गया। 112 नंबर पर भी रिस्पांश नहीं मिलने पर उसने 108 नंबर पर फोन किया। काफी टालमटोली के बाद एक एंबुलेंस उनके घर पहुंची, लेकिन वहां पहुंचे 108 कर्मियों ने अधेड़ को हाथ लगाने से मना कर दिया और सुरक्षात्मक उपाय करके लौटने की बात कहकर चले गए।
एक घंटे बाद वापस आकर वह अधेड़ को एंबुलेंस से नागरिक चिकित्सालय ले गए, जहां रैपिड एंटीजन टेस्ट में अधेड़ कोरोना पाॅजिटिव पाया गया। इस पर उसे रुद्रपुर रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। इस पूरे मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई। इस पर अधेड़ की बेटी ने डीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई की गुहार लगाई।
इधर, मामला संज्ञान में आने के बाद डीएम ने एनएचएम के अपर निदेशक एवं नोडल अधिकारी स्वास्थ्य बंशीधर तिवारी को जांच करने के आदेश जारी कर दिए। आदेश पत्र में डीएम ने जिम्मेदारी तय करते हुए एक सप्ताह में आख्या प्रस्तुत करने को कहा है।