बिट्टू कर्नाटक ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
अल्मोड़ा। पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर बेस चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की मांग की। कर्नाटक ने ज्ञापन के माध्यम से कहा गया कि प्राथमिकता के आधार पर तत्काल अल्मोडा में लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को ठीक करने का आग्रह किया है, उन्होंने 5 अक्टूबर को टाटिक के पास हुई दुर्घटना का हवाला देते हुए कहा कि गंभीर रूप से घायल बच्चों को यहां पर इलाज नहीं मिल पाया। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति न हो इसलिए तत्काल मेडिकल कालेज में न्यूरो सर्जन, हृदय रोग विशेषज्ञ की तैनाती तथा अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की जाय। मेडिकल कालेज में लगभग 12 एम्बुलेंस की व्यवस्था भी तत्काल प्रभाव से की जाय। ट्रामा सेन्टर तत्काल खोले जाने की स्वीकृति प्रदान की जाय। गम्भीर रोगियों को आपातकाल में एअर एम्बुलेंस से एयर लिफ्ट कर तत्काल हायर सेन्टर ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। राज्य की 108 सेवा का पुर्नगठन कर उन्हें सम्पूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित किया जाय। मेडिकल कालेज अल्मोडा में प्रशिक्षित कर्मचारियों की तत्काल नियुक्ति की जानी अति आवश्यक है।
कर्नाटक ने कहा कि 5 अक्टूबर को टाटिक हैलीपैड के निकट एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी, जिसमें 7 स्कूल के बच्चे अज्ञैर एक शिक्षक गम्भीर रूप से घायल हो गये थे। घायलों को तत्काल मेडिकल कालेज अल्मोडा लाया गया जहां भारी अव्यवस्थाओं के चलते तीन बच्चों को तत्काल हायर सेन्टर रेफर किया गया। मेडिकल कालेज में न तो एम्बुलेंस की व्यवस्था हो पायी और न ही बच्चों को एयर लिफ्ट किया जा सका। दो बच्चों को लगभग तीन घंटे के बाद और एक बच्चे को काफी विलम्ब होने पर निजी एम्बुलेंस से हायर सेन्टर ले जाया गया। उन्होंने कहा कि कुमांऊ के पर्वतीय क्षेत्र के लिये अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था के दावे के साथ सरकार ने मेडिकल कालेज अल्मोडा संचालित तो कर दिया लेकिन लोग अब भी अपनी जिन्दगी को बचाने के लिये मैदानी क्षेत्रों का रूख कर रहे हैं। तीनों बच्चों के सिर पर गहरी चोट थी यदि अल्मोड़ा में न्यूरोलॉजिस्ट की तैनाती की गयी होती तो रेफर करने की आवश्यकता ही नहीं पड़तीं। गम्भीर घायल बच्चों की जिन्दगी के साथ इस तरह का व्यवहार सोचनीय है। इस भीषण हादसे के बाद बेस चिकित्सालय, मेडिकल कालेज अल्मोड़ा की अव्यवस्थाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोल कर रख दी। पर्याप्त फैकल्टी न होने की स्थिति में गम्भीर रूप से घायलों को हायर सेन्टर की ओर दौडऩा पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि हायर सेंटर रेफर करने के बाद रास्ते में कोई अप्रिय घटना हो जाती तो इसके लिये किसे जिम्मेदार माना जाता।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपेक्षा की है कि अल्मोडा की जनता के हित में उपरोक्त कार्य तत्काल किये जाने के कठोर आदेश स्वास्थ्य मंत्रालय तथा विभाग को निर्गत करने का कष्ट करेंगे। इस अवसर पर भूपेन्द्र भोजक, हेम जोशी, प्रकाश सिंह, मुकेश लटवाल, सुधीर कुमार, हसन अंसारी, रमेश चंद जोशी, चंदन सिंह, रोहित शैली, हिमांशु कनवाल, अशोक सिंह सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।







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