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Rajnath singh

उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि, शौर्य भूमि, सैन्य भूमि- राजनाथ

Report ring Desk

देहरादून। केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ-साथ वीर भूमि, शौर्य भूमि और सैन्य भूमि भी मानी जाती है। यह वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की भी भूमि है जिनके शौर्य और पराक्रम का यशगान आज तक होता है। रक्षा मंत्री ने यह बात प्रबुद्ध जन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखण्ड को नौ महत्वाकांक्षी परियोजनाएं दी ह़ै जिन्हें उन्होंने नवरत्न का नाम दिया है। इन नवरत्ïन परियोजनाओं पर आज तेजी से काम चल रहा है। ऋषिकेश-कर्ण प्रयास रेल परियोजना का काम चल रहा है और टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाईन का भी काम शुरू हो रहा है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड में इंफ्रास्टक्ïचर के विकास पर भाजपा का कितना बड़ा फोकस है उसका अंदाज इसी बात से चलता है कि साल 2014 में उत्तराखण्ड में रेलवे का बजट था मात्र 200 करोड़ था जो आज बढ़कर 5000 करोड़ रूपए हो गया है। उन्होंने कहा कि मॉर्गन स्टेनली के अनुसार 2027 तक भारत पाँच ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने कहा कि राज्य के समग्र विकास की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में केदारनाथ-बद्रीनाथ धाम में 1300 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्य, ढाई हजार करोड़ रुपए की लागत से गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का कार्य, कुमायूं के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने के लिये मानसखण्ड मंदिर माला मिशन का कार्य, पूरे राज्य में होम स्टे को बढ़ावा देने, 16 ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन का विकास, उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार। उधमसिंह नगर में एम्स का सेटलाइट सेंटर बनानेए करीब 2 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली टिहरी लेक डेवलपमेंट परियोजना, ऋषिकेश-हरिद्वार का एडवेंचर टूरिज्म और योग की राजधानी के रूप में विकास, टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन की परियोजना के साथ ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन पहाड़ में रेल के सपने की परिकल्पना को पूर्ण करने जा रही है।

उन्होंने कहा कि रक्षा उत्पादन देश में एक लाख करोड़ के पार हो गया है। पहले रक्षा निर्यात एक हज़ार करोड़ से भी कम था, अब निर्यात 16000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर है। जल्द ही देश में रक्षा निर्यात 20000 करोड़ रुपये के पार हो जायेगा।

CM Chami rajnath

यूसीसी देश के डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स का हिस्सा

समान नागरिक संहिता को लेकर रक्षा मंत्री ने कहा कि यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड हमारे देश के डायरेक्टिव प्रिंसिपल्स का हिस्सा है। इस पर विवाद क्यों? गोवा में यह पहले से ही लागू है। मैं बधाई देता हूँ मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी को जिन्होंने इस दिशा में पहल की है। अब विधि आयोग इस बारे में पूरे देश में राय ले रहा है। उन्होंने कहा कि हम समाज के सभी वर्गों के बीच सामाजिक सौहार्द चाहते हैं। हम पूरे समाज को साथ लेकर चलना चाहते हैं। कई बार आगे बढ़ते भारत को देख राष्ट्रविरोधी ताक़तें सक्रिय हो जाती हैं। उनसे सावधान रहने की ज़रूरत है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे लिए राजनीति सरकार बनाने के लिये नही बल्कि समाज व देश बनाने का विषय है। सर्वधर्म. सद्भाव की भावना पर हम विश्वास करते है। देश में समरसता व सामाजिक सौहार्द बना रहे इसके लिए प्रयास हो रहे है। कुछ लोग समाज में अशांति फैलाकर जनता को गुमराह करने का कार्य कर रहे है। इससे बचने की भी उन्होंने जरूरत बतायी।

भारत एक शक्तिशाली और सुरक्षित राष्ट्र बन चुका है- धामी

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रबुद्धजनों के सम्मेलन का मूल उद्देश्य है कि प्रबुद्धजनों के जरिये जनता तक सरकार और संगठन की बात को पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में आज भारत एक शक्तिशाली और सुरक्षित राष्ट्र बन चुका है। सेना का मनोबल बढ़ाने और सेना को आधुनिक बनाने के साथ ही आत्मनिर्भर बनाने के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। सेना को मजबूत बनाना आज के समय की मांग है जिसके लिए रक्षा मंत्री सेना में हर स्तर पर क्रांतिकारी बदलाव लाने का प्रयास कर रहे है।

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