अल्मोड़ा में एक बुजुर्ग को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर सात लाख से अधिक रुपये ठगने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने खरगौन (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस दोनों ठगों को अल्मोड़ा लेकर आई है। फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त बताकर डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का शिकार बनाया था।
एसएसपी देवेंद्र पींचा ने पुलिस कार्यालय में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी साझा की । एसएसपी के मुताबिक 21 फरवरी 2025 को लमगड़ा क्षेत्र निवासी जीवन सिंह मेहता निवासी बर्गला लमगड़ा ने तहरीर दी। उनका कहना था कि अज्ञात अभियुक्तों ने 13 जनवरी 2025 से 17 जनवरी तक डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त होने का डर दिखाकर उनसे 7.20 लाख रुपये हड़प लिए है। जिस आधार पर थाना लमगड़ा में मुकदमा पंजीकृत किया गया। एसएसपी ने संबंधितों को निर्देशित कर पुलिस टीम का गठन किया और साइबर ठगी के गिरोह को दबोचने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरु की गई।
थानाध्यक्ष लमगड़ा राहुल राठी और प्रभारी एसओजी अल्मोड़ा भुवन जोशी के नेतृत्व में गठित थाना लमगड़ा और एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम ने आवश्यक सुरागरसी की गई। साइबर सेल प्रभारी कुमकुम धानिक के नेतृत्व में साइबर टीम ने गिरोह के बारे में आवश्यक जानकारी जुटाई गई। दोनों टीमों के संयुक्त प्रयास से 21 अप्रैल को बुजुर्ग व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के दो अभियुक्तों संतोष गुर्जर (31) निवासी बावड़ीखेड़ा, थाना बडवाह जिला खरगौन मध्य प्रदेश, कपिल सोनी (49) निवासी 611 क आचार्य विनोबा भावे वार्ड-15 थाना व जिला खरगौन मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के अन्य संलिप्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साइबर ठगी गिरोह की चेन का पता लगाकर गिरफ्तार करने के प्रयास जारी है।


