अल्मोड़ा । पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर दो बुजुर्ग भाई बहनों और लमगड़ा के एक बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर करीब 82 लाख की ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। आरोपियोें ने अल्मोड़ा के दो बुजुर्ग भाई बहनों को 16 दिन और लमगड़ा के एक बुजुर्ग को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा था।
रविवार को पुलिस कार्यालय में एसएसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि पहला मामला कोतवाली क्षेत्र का है। 23 मार्च को अज्ञात व्यक्ति ने वीडियो कॉल के माध्यम से नगर के पोखरखाली निवासी पूरन चंद्र जोशी और उनकी बहन भगवती पांडे को पुलिस अधिकारी बनकर उसकी आईडी बच्चों के अपहरण वाले गिरोह से लगी होने, उसकी भूमिका संदिग्ध होने और गिरफ्तार करने का भय दिखाया। खातों की जांच करने तथा उनके खाते जमा धनराशि को उनके द्वारा बताए गए खातों में भेजने और इस अवधि में किसी से बात न करने के संबंध में धमकी दी गई। जांच पूरी होने के बाद सही पाए जाने पर उनकी धनराशि को वापस लौटाने की बात कहकर उन्हें 23 मार्च से सात अप्रैल तक डिजिटल अरेस्ट रखकर आठ बार विभिन्न तिथियों में दोनों से कुल 75.73 लाख की धनराशि ठगों ने अपने खातों में मंगाई। 15 अप्रैल को पूरन चंद्र जोशी और उनकी बहन भगवती ने तहरीर दी। कोतवाली अल्मोड़ा में धारा 318/318(4) /308 (5)/61(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज हुआ। विवेचक एसएसआई अजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। सर्विलांस की मदद से अभियुक्त जुनेजा दिलावर को महेन्द्र परा 14 मोरवी जिला मोरवी राजकोट गुजरात से गिरफ्तार किया।

