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अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश आफत बनकर आई है। लगातार बारिश होने की वजह से कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं जिससे यहां का जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण तहसील के रापड गांव में एक मकान में पहाड़ी से मलबा आने के कारण मकान क्षतिग्रस्त हो गया इस हादसे में तीन लोग लोगों की मृत्यु हो गई। वहीं कपकोट के भनार गांव के एक युवक की पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को भिकियासैंण के रापड गांव में मूसलाधार बारिश से आनंद सिंह नेगी पुत्र मदन सिंह नेगी (उम्र 60 वर्ष) के मकान पर पहाड़ी का मलबा आ गिरा। अचानक पहाड़ी से आए मलबे ने उनके मकान को चपेट में ले लिया। आनंद सिंह नेगी की पत्नी उषा (उम्र 55) ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन आनंद सिंह नेगी व उनके बड़े भाई गोवर्धन सिंह की लड़की के दो बच्चे तन्नू पुत्र मदन सिंह व किरन पुत्री मदन सिंह मलबे में दब गए। वह कुछ समय से नाना आनंद सिंह के यहां रह रहे थे। घटना के बाद एसडीआरएफ पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। रात होने और लगातार हो रही बारिश के कारण रेस्क्यू में खासी दिक्कतें आईं। राहत बचाव कार्य जारी है। तेज बारिश के कारण बार बार मलबा आने के कारण रेस्क्यू कार्य भी बाधित हो रहा है। एसडीआरएफ से संपर्क कर मदद मांगी गई है।
जिले के हीरा डूंगरी में मकान में मलबा आने से 14 साल की किशोरी की मौत हो गई जबकि उसकी मां घायल हो गई। बताया जा रहा है कि यहां रहने तिरलोक सिंह की 14 साल की बेटी की मलबे में दबने से मौत हो गई। घटना देर रात की बताई जा रही है। जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश में मंगलवार के लिए भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बुधवार से प्रदेश में मौसम कुछ सुधार होने की उम्मीद है।
नैनीताल में रातभर लगातार मूसलाधार बारिश से शहरवासियों की रात दहशत में गुजरी। अतिसंवेदनशील इलाकों के लोगों को पूरी रात नींद नहीं आ पाई। नैनी झील के निकासी द्वार खोलने से निकले पानी ने नाले के आसपास बने मकानों में रहने वालों लोगों में खलबली मची रही। नैनीताल का संपर्क हल्द्वानी, कालाढूंगी रोड और भवाली से सम्पर्क कट गया। मंगलवार सुबह दूध की सप्लाई भी नहीं हो पाई।


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