By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
आम तौर पर रेलवे द्वारा लोगों से अधिग्रहित भूमि का मुआवजा देने में विलम्ब अथवा कोताही नहीं बरती जाती, परन्तु यहाँ कालाहाण्डी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें रेलवे द्वारा तीन साल पहले सन 2017 में अधिग्रहित भूमि का अब तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है, जिससे लोगों में काफी नाराज़गी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व-तट रेलवे टिटिलागढ़-विजयानगरम खण्ड के मध्य काण्डेल रोड़ स्टेशन के समीप तीसरी लाइन बिछाने हेतु समीप के मसानीबंध, कोकड़माल तथा डूमेरमुण्डा ग्राम के लोगों से अधिग्रहित भूमि का मुआवजा भुगतान आज तक नहीं किया गया है।

इस परिप्रेक्ष्य में रेलवे उप-महाप्रबंधक (सिविल) विशाखापटनम कार्यालय द्वारा गत 11 अप्रैल 2018 को ग्रामसभा अध्यक्ष मसानीबंध को पत्र लिख कर तीसरी लाइन की जद में आने वाली कुल 14.34 एकड़ ज़मीन का मालिकाना हक़ रखने वाले 13 लोगों को पत्र लिख कर बातचीत करने को कहा गया था। यह प्रक्रिया चलती रही, परन्तु भू-मालिकों को मुआवजा दिये बिना ही लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया गया और तब से सम्बध्द लोग मुआवजा हासिल करने अधिकारियों के दर की ठोकरें खाने को विवश हैं।
भू-मालिकों द्वारा उक्त मामला केसिंगा नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश राव के संज्ञान में लाया गया, तो उन्होंने तुरन्त रेलवे उप-महाप्रबंधक (सिविल) विशाखापटनम बी.साईराजू से सम्पर्क स्थापित कर मामले की सच्चाई जाननी चाही। बाद में उक्त अधिकारी का हवाला देते हुये उन्होंने मीडिया को बतलाया कि -यद्यपि अधिकारी रिकॉर्ड पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे, अलबत्ता उन्होंने इतना अवश्य कहा कि -ज़मीन की मुआवजा राशि वर्ष 2017-18 में कालाहाण्डी प्रशासन को हस्तान्तरित कर दी गयी है और ज़िलाधीश कालाहाण्डी कार्यालय से इसकी जानकारी ली जा सकती है।

