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देहरादून। 2011 की जनगणना के मुताबिक देश में 2.68 करोड़ लोग दिव्यांग हैं। दिव्यांगों की जिंदगी में उजाला लाने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश ने बड़ा काम किया है। संस्थान के आई बैंक ने लैमेलर केराटोप्लास्टी विधि से कॉर्निया ट्रांसप्लांट के काम को सफलता पूर्वक अंजाम दिया है।
इस विधि से एक आई डोनर से चार लोगों की आंखों में रोशनी दी जा सकती है। बताते हैं कि इस उपलब्धि को हासिल करने में एम्स ऋषिकेश उत्तराखंड का पहला सरकारी संस्थान बन गया है।

एम्स ऋषिकेश में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत 21 अगस्त 2019 को आई बैंक की स्थापना की गई थी। अब तक बैंक को आई डोनरों 170 कॉर्निया प्राप्त हुई हैं। साथ ही 87 कॉर्निया ट्रांसप्लांट करने में सफलता हासिल की है। कोराना की वजह से आई बैंक नौ महीने ही काम कर पाया है। 11 लोगों को कॉर्निया प्रत्यारोपण किया जबकि 24 कॉर्नियां दूसरे अस्पतालों को दी गईं।

