Report ring Desk
नोएडा। नोएडा में सुपरटेक का ट्विन टॉवर जमींदोज हो गया है। अवैध रूप से बनाए गए 100 मीटर ऊंचे ट्विन टॉवर को विस्फोटों के जरिए चंद सेकंड में ‘वाटरफॉल इम्प्लोजन’ तकनीक से ढहाया गया। इस इमारत को गिराने के लिए करीब 3700 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। जैसे ही दोपहर के 2:30 बजे, एक तेज धमाके के साथ पूरी इमारत ढह गई। 32 मंजिला इमारत को गिरने में महज आठ सेकंड का वक्त लगा। इसके बाद कई किलोमीटर तक धूल का गुबार फैल गया। इसके बाद एडिफिस, जेट डिमोलिशन, सीबीआरआई और नोएडा के अधिकारियों की टीम ने आसपास की इमारतों का ढांचागत विश्लेषण शुरू किया।
ट्विन टावर के जमींदोज होने की वजह से आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन धूल का गुब्बार काफी देर तक आसमान में दिखाई दिया। ऐसे में धूल को स्थिर करने के लिए पानी को स्प्रे करने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया गया।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश और उसकी सख्ती के बाद नोएडा के सेक्टर-93 स्थित ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पहले ही तय कर दी गई थी। लोगों की भीड़ ट्विन टावर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को देखने पहुंची थी। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने सुबह सात बजे से ही ट्विन टावर के आसपास के इलाके को सील कर दिया था। ट्विन टावर के करीब वाली सोसाइटियों से 1396 फ्लैट को खाली करा लिया गया था। अन्य सोसाइटियों के लोगों को सचेत किया था कि इस कंट्रोल के ब्लास्ट के समय और करीब एक घंटे बाद तक भी अपनी खिड़किया न खोलें। धमाके से आधा घंटे पहले ही ट्विन टावर के पास से गुजर रहे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक को रोक दिया गया था।