Report ring Desk
नई दिल्ली। सशस्त्र सीमा बल की ओर से आयोजित साइकिल रैली के प्रतिभागी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने राजघाट पहुंचे। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आजादी का अमृत महोत्सवÓ के तहत सशस्त्र सीमा बल के 6 सीमान्त मुख्यालयों तथा 4 अन्य प्रतिष्ठानों से 10 साइकिल रैलियों का आयोजन किया गया। ये साइकिल रैलियां देश के विभिन्न हिस्सों से शुरू होकर 2 अक्टूबर को राजघाट पहुँची। अपनी यात्रा के दौरान नागरिकों के बीच राष्ट्रीय एकता का संदेश फैलाते हुए यह साइकिल रैलियां स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े विभिन्न ऐतिहासिक स्थानों को पार करते हुए राजघाट पहुुंचे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा एसएसबी और अन्य सीएपीएफ के साइकिल रैली प्रतिभागियों का लाल किला में स्वागत किया गया जहां साइकिल रैली का समापन हुआ। सशस्त्र सीमा बल के महानिरीक्षक भानु उपाध्याय द्वारा साइकिल रैली को एसएसबी 25वीं बटालियन घिटोरनी से झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सशस्त्र सीमा बल के साइकिल रैली प्रतिभागी अन्य सीएपीएफ के साइकिल रैली प्रतिभागियों के साथ शामिल होकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पहुंचे।
बल की पहली साइकिल रैली दिनांक 25 अगस्त को सीमान्त मुख्यालय, तेजपुर (असम) से रवाना हुई जिसमें आगे चलकर सीमान्त मुख्यालय गुवाहाटी(असम), सीमान्त मुख्यालय सिलीगुड़ी (पश्चिम बंगाल), सीमान्त मुख्यालय एसएसबी पटना (बिहार) तथा सीमान्त मुख्यालय एसएसबी लखनऊ (उत्तर प्रदेश)के साइकिल रैली दल समायोजित हुए। पॉंच सीमांत मुख्यालयों का 85 साइकिल रैली प्रतिभागियों का दल 30 सितम्बर को 25वीं वाहिनी एसएसबी घिटोरनी (नईदिल्ली)पहुँचा।
एसएसबी की एक साइकिल रैली सशस्त्र सीमा बल अकादमी भोपाल (मध्य प्रदेश) से राजघाट 19 सितम्बर को रवाना हुआ। सीमान्त मुख्यालय एसएसबी रानीखेत (उत्तराखंड) के अंतर्गत ग्वालदम (उत्तराखंड) तथा 11वीं वाहिनी एसएसबीए डीडीहाट (उत्तराखंड) से साइकिल रैली 23 और 24 सितम्बर को राजघाट के लिए रवाना हुईं।


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