- गश्त के दौरान एसएसबी ने भारी मात्रा में तस्करी का सामान पकड़ा, नेपाल ले जाने वाले थे तस्कर
- तीन नेपाली तस्कर भी पकड़े
By Naveen Joshi
खटीमा। भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा सील होने के बावजूद तस्करी धड़ल्ले से हो रही है। जहां तस्कर भारत से नेपाल सामान पहुंचा रहे हैं, वहीं नेपाल से भारी मात्रा में सामान भारत में ला रहे हैं। सीमा पर स्थित नारायणनगर में तैनात एसएसबी ने भारत से नेपाल को भारी मात्रा में ले जाए जाने वाले तस्करी के सामान को सोमवार रात पकड़ लिया। मौके से 12 साइकिलें भी बरामद हुई तथा तीन नेपाली तस्कर भी पकड़े गए। बरामद माल का मालिक एवं अन्य तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
भारत-नेपाल की खुली सीमा हमेशा से ही तस्करों के लिए काफी मुफीद रही है। कोविड-19 महामारी के चलते सीमा सील होने के बावजूद तस्करों पर कोई लगाम नहीं लग सका है। हालांकि, सीमा पर तैनात एसएसबी ने कई बार तस्करों का माल बरामद किया है। इसी क्रम में एसएसबी-डी समवाय नारायण नगर के कंपनी कमांडर आनंद सिंह भंडारी के नेतृत्व में जवान सोमवार रात सीमा पर चौकसी कर रहे थे। इसी बीच उन्हें सूचना मिली कि सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र नगरा तराई में अलग-अलग स्थानों पर भारी मात्रा में तस्करी के लिए सामान डंप किया हुआ है।
इस पर रात करीब ढाई बजे जवानों ने मौके पर पहुंचकर सरकारी इफको यूरिया, एनपीके, डीएपी, कीटनाशक, कैल्शियम काली खाद, नीम काली खाद, बरसीम, मैथी, मक्खन घास बीच, गेहूं, जौं, मिल्क ग्रास बीज आदि बरामद किया। इनकी संख्या लगभग 380 नग थी। यह सामान भारत से नेपाल ले जाया जाना था। मौके से 12 साइकिलें भी बरामद हुई, जबकि तीन नेपाली तस्कर जवानों के हत्थे चढ़े। बरामद माल का मालिक एवं तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। कंपनी कमांडर भंडारी ने बताया कि उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देश पर बरामद माल आवश्यक कार्रवाई करते हुए कस्टम विभाग खटीमा के सुपुर्द कर दिया। बरामद माल की कीमत लगभग चार लाख 115 हजार रुपये बताई गई है। टीम में हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र दास, संतोष कुमार, कांस्टेबल जगदीप, कृष्णानंद देवली, विकास, परमवीर, सिपाही लाल, संजय कुमार आदि शामिल थे।


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