हल्द्वानी। दिल्ली के राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में भरे पानी से तीन छात्रों की मौत के बाद बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ प्रदेश सरकार सख्त है। शासन से आदेश आने के बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और जिला विकास प्राधिकरण की टीम ने हल्द्वानी में कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए अभियान चलाया। अभियान में बेसमेंट में संचालित छह कोचिंग सेंटरों को प्रशासन ने सील कर दिया। छापे के दौरान कोचिंग सेंटर में भारी अनियमितताएं भी पाई गईं। जिन कमरों में 20 बच्चों को बैठाने की क्षमता है उनमें 50 बच्चे तक बैठे मिले। टीम ने 10 कोचिंग सेंटर संचालकों को नोटिस भी दिया है।
बृहस्पतिवार को नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, एसपी सिटी प्रकाश चंद्र के नेतृत्व में संयुक्त टीम ने शहर के कोचिंग सेंटरों पर छापा मारा। छापे के डर से कई संस्थान के संचालक अपने-अपने कोचिंग सेंटर बंद कर भाग गए।
छापे के दौरान टीम ने पाया कि कई कोचिंग संस्थानों में मानकों से कई अधिक बच्चे बैठाए जा रहे हैं। 20 बच्चों के बैठने लायक कमरों में 50-50 तक बच्चे बैठाकर पढ़ाए जाते मिले। बेसमेंट में आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते नहीं हैं। पर्याप्त हवा आने के लिए खिड़कियां, रोशनदान तक नहीं है। आग लगने या पानी भरने पर बच्चों के निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अभियान जारी रहेगा। कहा कि सील किए गए सभी संस्थान बेसमेंट में चल रहे थे।