By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
जहाँ वर्तमान में चारों ओर वैश्विक महामारी कोविड-19 का बोलबाला है एवं सभी अपनी शारीरिक रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ाने को लेकर चिन्तित हैं, ऐसे में सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, केसिंगा की ओर से लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाने महत्वपूर्ण प्रयास किया गया। विद्या मन्दिर की ओर से आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा अनुमोदित देसी काढ़ा बना कर सैंकड़ों लोगों को पिलाया गया और जड़ी-बूटियों के युक्त काढ़ा बनाने की आसान विधि भी लोगों को समझायी गयी।
इस परिप्रेक्ष्य में अधिक जानकारी देते हुये विद्या मन्दिर अध्यक्ष रामावतार अग्रवाल ने बतलाया कि उक्त काढ़ा बनाने हेतु पानी के अलावा तुलसी पत्ता, अदरक, छोटी इलायची, दालचीनी, हल्दी, काली-मिर्च, लौंग, गिलोय तथा गुड़ आदि कुल नौ वस्तुओं की आवश्यकता होती है, जिन्हें सही अनुपात में मिलाया जाता है। यह काढ़ा बेहद असरदार होता है और इससे शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति काफी बेहतर हो जाती है। अग्रवाल ने बतलाया कि भारत में यह कोई नई चीज़ नहीं है, बल्कि सहस्रों वर्ष पहले से ऋषि-मुनि इसे अपनाते आये हैं, परन्तु आधुनिकता की अंधी दौड़ में हम अपने पुराने मूल्यों और ज्ञान को भूलते जा रहे हैं।


