देहरादून। उत्तराखण्ड सरकार ने केदारनाथ घाटी में भारी बारिश के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। केदारनाथ इलाके में फंसे लगभग 2500 यात्रियों को रेस्क्यू किया गया है। भारी बारिश के बाद केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है।एसडीआरएफ के सज्ञथ ही सेना के चिनूक और एमआई 17 हेलीकाप्टर भी बचाव अभियान में लगे हैं। केदारनाथ यात्रा मार्ग में 16 लोगों के लापता होने की सूचना रुद्रप्रयाग एसपी कार्यालय को मिली है।
गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच सडक़ का करीब सौ मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, वाईएमएफ, डीडीआरएफ और पुलिस की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। लिंचौली व भीमबली में फेसे लोकगों को शेरसी पहुंचाया जा रहा है। गौरीकुंड से भी यात्रियों को पगडंडी मार्ग से सोनप्रयाग लाया जा रहा है।
जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एसपी विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि सबसे ज्यादा यात्री गौरीकुंड के पास फंसे हैं। गौरीकुंड से लगभग 1700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। अभी भी 1300 से ज्यादा लोग वहां फंसे हैं। एसडीआरएफ के अनुसार केदारनाथ में 1100 से 1400 के बीच, लिंचौली में 95 और भीमबली में लगभग डेढ़ सौ तीर्थ यात्री फंसे हैं।