21वीं सदी में भी भारत से दहेज की कुप्रथा खत्म नहीं हो रही है। हालत यह है कि देश के विभिन्न हिस्सों में आए दिन दहेज के कारण महिलाओं की हत्या कर दी जाती है। इतना ही नहीं लड़की के परिजनों को परेशान किए जाने की घटनाएं भी सामने आते हैं। ताज़ा मामला केरल राज्य का है। जहां तिरुवनंतपुरम में एक 26 वर्षीय डॉक्टर ने कथित तौर पर दहेज उत्पीड़न से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि डॉ. शहाना के साथ उसके प्रेमी ने शादी से इसलिए इनकार कर दिया क्योंकि उसका परिवार दहेज की डिमांड पूरी नहीं कर सका।
इस शर्मनाक घटना के बाद केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जार्ज ने डॉ. शहाना की मौत की जांच के आदेश दिए हैं। शहाना तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज में सर्जरी डिपार्टमेंट में पोस्टग्रेजुएट कर रही थी।
स्थानीय पुलिस ने शहाना के प्रेमी डॉ. ईए रुवैस के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और दहेज निषेध कानून के तहत मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही उसे हिरासत में ले लिया गया है।
डॉ. शहाना के आत्महत्या करने के मामले को स्थानीय मीडिया ने काफी तवज्जो दी है। रिपोर्ट के मुताबिक डॉ. शहाना अपनी मां और दो भाई-बहनों के साथ साथ रहती थी। उसके पिता सऊदी अरब में काम करते थे, लेकिन दो साल पहले उनकी मौत हो गयी थी। शहाना डॉ. रुवैस के साथ रिश्ते में थी और दोनों की शादी होने वाली थी।
लेकिन आरोप है कि डॉ. रुवैस के परिवार ने दहेज में में 150 सोने के सिक्के, 15 एकड़ ज़मीन और एक बीएमडब्ल्यू कार की डिमांड रखी थी। स्थानीय मीडिया के अनुसार लड़की के परिजनों ने इस मांग को मानने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसके प्रेमी ने शादी कैंसल कर दी। जिसके कारण डॉ. शहाना बेहद तनाव में थी, और आत्महत्या कर ली। उसके कमरे से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने लिखा है, हर कोई सिर्फ पैसे चाहता है।