भाजपाइयों, राज्य आंदोलनकारियों और सभासदों ने किया प्रदर्शन
शहरी विकास मंत्री को भेजा ज्ञापन, पालिका पर लगाया भ्रष्टाचार चरम पर होने का आरोप
By Naveen Joshi
खटीमा। पुराने तहसील परिसर में शहीद स्मारक बनाने और यहां डंप कूड़ा हटाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। बुधवार को भाजपाइयों के साथ राज्य आंदोलनकारियों और सभासदों ने कूड़ा हटाने की मांग को लेकर डंप कूड़े के आगे प्रदर्शन किया। साथ ही इस बाबत शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन भेजकर कार्रवाई की मांग की।
राज्य गठन के बाद से ही राज्य आंदोलनकारी पुराने तहसील परिसर पर शहीद स्मारक बनाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन शहीद स्मारक के लिए पुराने अस्पताल परिसर की जमीन का चयन होने और पुराने तहसील परिसर में शाॅपिंग काॅम्प्लेक्स बनाने की सूचना मिलते ही राज्य आंदोलनकारी भड़क गए। उन्होंने इसे जनभावनाओं के विपरीत बताया और पुराने तहसील परिसर पर शहीद स्मारक नहीं बनाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। उन्होंने एक सितंबर को श्रद्धांजलि कार्यक्रम भी पुराने तहसील परिसर पर ही कराने का ऐलान किया है, लेकिन पुराने तहसील परिसर पर नगर पालिका द्वारा शहर का कूड़ा डाले जाने से शहीद स्मारक बनने और श्रद्धांजलि कार्यक्रम होने पर संशय बना हुआ है।
वहीं, इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता खुलकर सामने आ गए हैं। मंगलवार को इस मामले में कांग्रेसियों ने तहसीलदार के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजा तो बुधवार को भाजपाइयों ने राज्य आंदोलनकारियों और सभासदों के साथ पुराने तहसील परिसर पर डंप कूड़े के सामने खड़े होकर प्रदर्शन किया। उन्होंने शहरी विकास मंत्री को ज्ञापन भेजकर कहा कि पालिका प्रशासन ने राज्य आंदोलनकारियों की कर्मभूमि पुराने तहसील परिसर पर जान-बूझकर शहर का कूड़ा डाला है, इससे जनभावनाएं आहत हो रही हैं। साथ ही शहर में संक्रामक बीमारी फैलने की भी आशंका है।
उन्होंने पालिका पर भ्रष्टाचार चरम पर होने का भी आरोप लगाया। साथ ही पुराने तहसील परिसर में डंप कूड़े को तत्काल हटाने के निर्देश पालिका प्रशासन को देने की मांग की।
प्रदर्शन करने वालों में सतीश गोयल, नंदन सिंह खड़ायत, हरीश जोशी, रमेश जोशी, विनोद जोशी, अमित पांडे, सुरेश जीना, महेश राणा, विश्वनाथ यादव आदि शामिल थे।


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