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सेराघाट में महिला डाक्टर नहीं होने से लोग परेशान, सांसद को लिखा पत्र

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– गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए लगानी पड़ती है 60 किमी की दौड़

सेराघाट, अल्मोड़ा। भैसियाछाना ब्लॉक के सेराघाट प्राथमिक अस्पताल में कई साल से महिला डाक्टर न होने से यहां के लोगों की बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। खासकर इलाके की गर्भवती महिलाओं को महिला डाक्टर न होने की वजह से बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। गर्भवती महिलाओं का प्रसव भी नर्स व एएनएम ही करवा रहे हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में बड़ा रोष है। इस समस्या के समाधान के लिए भाजपा अनु.जाति मण्डल अध्यक्ष संतोष राम व भैसियाछाना की ग्राम प्रधान ने सांसद को पत्र लिखकर जल्द से जल्द महिला डाक्टर की नियुक्ति की मांग की है।

अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ संसदीय क्षेत्र के सांसद अजय टम्टा को लिखे पत्र में भाजपा अनु.जाति मण्डल अध्यक्ष संतोष राम व भैसियाछाना की ग्राम प्रधान पूजा देवी व क्षेत्रीय जनता ने मांग की है कि भैसियाछाना ब्लॉक के सेराघाट प्राथमिक अस्पताल में पिछले सात साल से महिला डाक्टर का पद रिक्त चल रहा है। इस अस्पताल में क्षेत्र के दुर्गम गांवों की गर्भवती महिलाओं का प्रसव नर्स और एएनएम को करना पड़ता है। महिला डाक्टर न होने की वजह से यहां की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए 60 किमी दूर जिला मुख्यालय अल्मोड़ा जाना पड़ता है। इतने लम्बा रास्ता तय करना गर्भवती महिलाओं के लिए बड़ा जोखिम भरा हो जाता है।

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पत्र के माध्यम से जनप्रतिनिधियों ने बताया है कि सेराघाट स्थित भैसियाछाना प्राथमिक अस्पताल में महिला डाक्टर की नियुक्ति के लिए लंबे समय से गुहार लगाई जा रही है, लेकिन आज तक यहां पर महिला डाक्टर की नियुक्ति नहीं हो पाई। अब यहां के जनप्रतिनिधियों ने सांसद को पत्र लिखकर जल्द से जल्द महिला डाक्टर की नियुक्ति की मांग की है।

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