Report Ring Desk
अल्मोड़ा। चंद राजाओं की राजधानी रही सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा को नव सृजित कमिश्नरी गैरसैंण में शामिल करने का विरोध बढ़ता जा रहा है। सरकार के निर्णय से नाराज विभिन्न संगठनों ने बुधवार को नगर में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया। लोगों का कहना था कि यदि नई कमिश्नरी बनानी ही थी तो अल्मोड़ा को बनाया जाना चाहिए था।
बुधवार को विभिन्न संगठनों ने नंदादेवी मंदिर प्रांगण से जुलूस निकाला। जुलूस बाजार होते हुए कलक्ट्रेट पहुंचा। लोग नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि अल्मोड़ा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगरी है। पूर्व में अल्मोड़ा कमिश्नरी रहा है। अब इसे कुमाऊं से अलग कर नई कमिश्नरी में शामिल कर दिया गया है। इससे अल्मोड़ा की पहचान मिट जाएगी।
जुलूस में उत्तराखंड लोक वाहिनी के पूरन चंद्र तिवारी, मनोज सनवाल, कांग्रेस नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष सुशील साह, केवल सती, राजेंद्र प्रसाद, कार्तिक साह, कमल भट्ट, हेम तिवारी, नरेंद्र कुमार,अभिषेक साह, पंकज कुमार, नवीन नेगी, वैभव पांडे, दिनेश पिलख्वाल, रजनी पंत, गीता मेहरा, अनीता रावत, सूरज बिष्ट, दीप डांगी, कमल बिष्ट आदि शामिल रहे।