– 2 सितंबर को मेडिकल कॉलेज में करेंगे धरना प्रदर्शन
अल्मोड़ा। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य यदि मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज आम जनता के लिए मात्र एक सफेद हाथी सिद्ध हो रहा है। यहां प्रसव के लिए आई महिलाओं को जबरन रेफर किया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद शर्मनाक है। कर्नाटक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से अल्मोड़ा सहित आसपास क्षेत्र की गरीब और मजबूर जनता इलाज के लिए तरस रही है। उन्होंने कहा कि बेहद शर्मनाक है कि प्रसव के लिए आई महिलाओं को मेडिकल कॉलेज प्रशासन जबरन रेफर कर रहा है और उन्हीं महिलाओं के बाद में सामान्य प्रसव हो रहे हैं।
कर्नाटक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में महिलाओं के प्रसव, ब्लड बैंक, इमरजेंसी ओटी, न्यूरोलॉजिस्ट सहित दर्जनों मांगों को लेकर वे 2 सितंबर को मेडिकल कॉलेज में प्राचार्य कक्ष के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे। यदि इस एक दिवसीय धरने के पश्चात भी यदि मेडिकल कॉलेज प्रशासन नहीं जागा तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। कर्नाटक ने कहा कि यदि अक्टूबर तक स्थिति नहीं सुधरी तो दीपावली से पूर्व वह प्राचार्य के कक्षा के बाहर आमरण अनशन करेंगे, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन की होगी।
कर्नाटक ने कहा कि पिछले साल दिसंबर में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया के सामने यह वक्तव्य दिया था कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में मेडिकल कॉलेज में रक्त कोष की सुविधा प्रारंभ हो जाएगी। लेकिन बड़े शर्म की बात है कि आठ माह गुजरने के बाद भी अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक प्रारंभ नहीं हुआ है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन मात्र कोरी बातें कर रहा है जिसका खामियाजा यहां की जनता को भुगतना पड़ रहा है।


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