नई दिल्ली। हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से छंद के विद्वान आचार्य अनमोल की छंद विधान पर लिखी पुस्तक हिन्दी छंद मंजूषा का लोकार्पण किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार इंदिरा मोहन ने की और अतिथि के रूप में वैश्विक हिंदी परिवार के अध्यक्ष एवं हिंदी भाषा के मर्मज्ञ अनिल जोशी उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के साहित्य विभाग के प्रोफेसर बी नंदा मौजूद रहे। अमेरिका से पधारे प्रसिद्ध छंद कवि एवं साहित्य मंच के अध्यक्ष इंद्रदेव मिश्र देव भी मौजूद रहे।
छंद शास्त्र के विद्वान आचार्य अनमोल द्वारा लिखित छंद विधान की पुस्तक हिंदी छंद मंजूषा वर्तमान समय में छंद शास्त्र सीखने के लिए तथा छंद प्रेमियों को मार्गदर्शन देने के लिए बहुत ही प्रासंगिक है। इस पुस्तक में आचार्य अनमोल ने छंद लेखन के ज्ञान को उदाहरण सहित लिखकर गागर में सागर भर दिया है।