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नई दिल्ली। पूरा देश आज 72वें गणतंत्र दिवस का जश्न मना रहा है। राजधानी के राजपथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर भव्य परेड निकाली गई जहां भारत ने दुनिया के सामने अपनी शक्ति दिखाई। परेड में अलग-अलग राज्यों की झलकियों के साथ देश की सेना की ताकत भी यहां दिखाई दी। परेड में पहली बार लड़ाकू विमान राफेल ने अपना दम दुनिया के सामने दिखाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहे।
राजपथ पर झांकियों के माध्यम से अलग-अलग प्रदेशों की झलकियां, वहां की कला व संस्कृति को दिखाया गया। केन्द्र शासित प्रदेश बनने के बाद लद्दाख की झांकी पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल हुई। यह झांकी लद्दाख को संघ शासित प्रदेश घोषित करने के बाद लद्दाख को कार्बन न्यूट्रल स्टेट बनाकर विश्व के लिए उदाहरणात्मक प्रदेश के विजन पर केंद्रित है।
गणतंत्र दिवस परेड में इस बार उत्तराखंड की झांकी भी शामिल थी जिसका नाम केदारखंड रखा गया था। झांकी के अगले भाग में उत्तराखंड का राज्य पशु कस्तूरी मृग को दर्शाया गया था। साथ ही राज्य पक्षी मोनाल और राज्य पुष्प ब्रह्मकमल को भी दिखाया गया था। झांकी के मध्य भाग में भगवान शिव के वाहन नंदी को दर्शाया गया था। इसके साथ ही केदारधाम में यात्रियों को यात्रा करते हुए एवं श्रद्धालुओं को भक्ति में लीन दिखाया गया था। झांकी के पृष्ठ भाग में बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा केदानाथ का भव्य मंदिर दर्शाया गया है। मंदिर के ठीक पीछे विशालकाय दिव्य शिला को भी दर्शाया गया है।
इस बार उत्तर प्रदेश की झांकी भी खास थी, जिसमें अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को दिखाया गया। राज्य की झांकी में अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत, मूल्यों और सुंदरता को दिखाया गया। पहले भाग में महर्षि वाल्मिकी को रामायण की रचना करते दिखाया गया।
राजपथ पर पहली बार बांग्लादेश की सशस्त्र सेनाओं के 122 सैनिकों का मार्चिंग दस्ते भी शामिल हुआ। इस दस्ते का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल अबु मोहम्मद शाहनूर शावोन और उनके डिप्टी लेफ्टिनेंट फरहान इशराक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिबत रहमान ने किया।