विद्यालय की मरम्मत करवाने के लिए कई बार लिखे पत्र, नहीं सुन रहा शासन प्रशासन
चमोली। चमोली के गैरसैण ब्लॉक का राजकीय प्राथमिक विद्यालय जखेट की हालत काफी जीर्ण-क्षीर्ण हो चुकी है जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों को विद्यालय में बैठने में भी डर लगने लगा है। अब अभिभावकों ने अपने बच्चों को पंचायत घर में पढ़ाने का निर्णय लिया है। अभिभावकों का कहना है कि विद्यालय की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। अभिभावकों ने शासन प्रशासन से जल्द से जल्द विद्यालय की मरम्मत कर ठीक करने की गुहार लगाई है।
विद्यालय की एसएमसी अध्यक्ष कल्पेश्वरी देवी ने बताया कि 27 साल पहले वर्ष 1998 इस विद्यालय का निर्माण हुआ था। उन्होंने बताया कि विद्यालय की हालत काफी खराब हो चुकी है। बरसात के दिनों में वहां बच्चों को बिठाने में भी डर लग रहा है। अचानक कभी कोई अनहोनी न हो, इसलिए अभिभावकों ने गांव के पंचायत घर में विद्यालय को चलाने का निर्णय लिया है। कल्पेश्वरी ने बताया कि इस संबंध में कई बार शासन प्रशासन को पत्र लिखाा जा चुका है। लेकिन अभी तक विद्यालय की मरम्मत नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में इस विद्यालय में काफी बच्चे पढ़ाई करते थे लेकिन विद्यालय की दुर्दशा से घबराकर काफी बच्चों ने इस विद्यालय से दूसरे विद्यालय में चले गए अब यहां पर मात्र 15 बच्चे रह गए हैं और उनके बैठने के लिए विद्यालय में भवन तक नहीं है। अभिभावकों ने शासन प्रशासन से विद्यालय की जर्जर हालत को देखते हुए जल्द से जल्द इसकी मरम्मत करने की गुहार लगाई है।


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