स्कूल से ही वन हेल्थ विषय पर बातचीत हो, यही डॉक्टर केके अग्रवाल का सपना भी था
Report ring Desk
नई दिल्ली। शिक्षा के क्षेत्र में उनकी विशिष्ट सेवा के लिए हार्ट केयर फाउंडेशन (एचसीएफआई) ने शनिवार को यहां शिक्षक दिवस से पहले 120 से अधिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को सम्मानित किया। यह एचसीएफआई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ केके अग्रवाल के मिशन की निरंतरता का एक हिस्सा है कि जब युवा दिमाग स्कूल में हो तब से ही यह सुनिश्चित किया जाए कि वन हेल्थ के विषय पर बातचीत शुरू हो जाए।
दिल्ïली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि परीक्षा नियंत्रक, सीबीएसई, एमएचआरडी डॉ. संयम भारद्वाज थे। विशिष्ट अतिथियों में भारत सरकार के गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों की एक्शन कमेटी के अध्यक्ष भरत अरोड़ा, हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पर्यावरण विभाग दिल्ली सरकार के पूर्व वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ बीसी सबाटा शामिल थे।
इस दौरान एचसीएफआई ने एक पैनल चर्चा भी आयोजित की जिसमें विशेषज्ञों ने मानसिक स्वास्थ्य और बच्चों की भलाई के बारे में बातचीत को सबसे आगे लाने के महत्व पर विशेष रूप से महामारी के बाद के समय में चर्चा की। उपस्थित शिक्षकों ने बातचीत में माता-पिता को भी शामिल करने के महत्व पर जोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संबंधित गंभीर समस्याओं को दूर किया जा सके।
इस अवसर पर एचसीएफआई की ट्रस्टी डॉ वीना अग्रवाल ने कहा ‘अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेने के लिए शुरुआत से ही स्वस्थ जीवनशैली उपायों का पालन किया जाना चाहिए। महामारी ने बच्चों को एक गतिहीन जीवन शैली जीने के लिए प्रेरित किया है। यह लंबे समय में बहुत हानिकारक है। महामारी ने पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक अलगाव और नुकसान के कारण मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को भी जन्म दिया है। डॉक्टरों, माता-पिता और शिक्षकों के रूप में यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें शारीरिक रूप से सक्रिय रहने, स्वस्थ आहार का सेवन करने और तनाव प्रबंधन तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें। शिक्षकों को भी अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखने की जरूरत है,क्योंकि वे दिन-रात यही सोचते रहते हैं कि छात्रों को अच्छी शिक्षा दी जाए। हम उन सभी स्कूलों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने एचसीएफआई को बढऩे और डॉ केके अग्रवाल के सपने को जीवित रखने में मदद की है।’
इस अवसर पर डॉ संयम भारद्वाज ने कहा कि यह सराहनीय है कि शिक्षकों ने महामारी के दौरान कितनी जल्दी खुद को महामारी के अनुकूलित किया और महामारी के दौरान शिक्षा की निरंतरता सुनिश्चित करने की विनम्र भूमिका निभाई।
पूर्व निदेशक पर्यावरण दिल्ली सरकार और निदेशक हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया डॉ अनिल कुमार ने कहा कि स्कूलों की ओर से एक सामूहिक प्रयास स्वच्छ और हरित दिल्ली के सपने को साकार करने में एक लंबा रास्ता तय कर सकता है। इस अवसर पर सीपीआर का प्रशिक्षण भी दिया गया। कार्यक्रम में एचसीएफआई के ट्रस्टी नीलेश अग्रवाल और निदेशक नैना अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल और अंकित आहूजा भी शामिल थे।