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ई-पास बनाने के एवज में वसूला जा रहा शुल्क

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  • सूचना पर तहसीलदार ने किया यूपी बाॅर्डर का निरीक्षण
  • दलालों को खदेड़ा, चेकपोस्ट पर तैनात कर्मियों को फटकारा

By Naveen Joshi 
खटीमा। कोरोना संक्रमण काल में जहां एक ओर हर व्यक्ति बीमारी के साथ ही रोजगार छिनने से परेशान है, वहीं दूसरी ओर मौकापरस्त लोग हर परिस्थिति का फायदा उठाने में लगे हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश बाॅर्डर पर स्थित सत्रहमील में नजर आ रहा है। यहां सक्रिय दलाल बाहरी राज्यों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से ई-पास बनाने के नाम पर सुविधा शुल्क वसूल रहे हैं। सूचना पर रविवार को तहसीलदार यूसुफ अली ने सीमा क्षेत्र में स्थित चेक पोस्ट का निरीक्षण किया और वहां सक्रिय दलालों को खदेड़ा। उन्होंने चेक पोस्ट पर तैनात कर्मियों को भी जमकर फटकार लगाई। साथ ही भविष्य में किसी प्रकार की शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

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बता दें कि प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए सरकार के पोर्टल में रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता की है, जबकि स्थानीय प्रशासन ने यूपी बाॅर्डर पर स्थित सत्रहमील के हल्दीघेरा देवहा पुल पर चेकपोस्ट बनाया है, ताकि बाहरी राज्यों से आने वाले प्रवासियों की चेकपोस्ट पर जांच-पड़ताल की जा सके, इससे कोरोना की रोकथाम भी होगी और प्रवासियों के आने-जाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी, लेकिन बाॅर्डर पर सक्रिय दलाल मजदूरों, तीमारदारों और प्रवासियों को राज्य की सीमा पर प्रवेश करने के लिए ई-पास बना रहे हैं, इसके लिए ये दलाल प्रति व्यक्ति 50 से 100 रुपये तक वसूल रहे हैं।

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इसकी जानकारी मिलने पर तहसीलदार ने रविवार को सत्रहमील क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने चेकपोस्ट पर तैनात कर्मियों को फटकारा और वहां सक्रिय दलालों को खदेड़ा। कहा कि किसी प्रकार की सूचना मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान सत्रहमील चौकी प्रभारी देवेंद्र राजपूत भी मौजूद थे। 

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