पिथौरागढ़। झूलाघाट के कालीनदी में बहे पिता-पुत्र का चौबीस घंटे बीतने के बाद भी पता नहीं चल पाया है। सीमांत जिला पिथौरागढ़ के नेपाल सीमा से लगे झूलाघाट में बकरी चराने के गए पिता-पुत्र पत्थर की चपेट में आने से काली नदी में बह गए थे।
मालूम हो कि झूलाघाट के संतोष चंद 44 वर्ष अपनी पत्नी लीलावती और छह वर्षीय पुत्र तनुज के साथ काली नदी किनारे पहाड़ी पर बकरी चराने गया था। संतोष चंद की पत्नी लीलावती लगभग दो सौ मीटर दूर घास काट रही थी। तभी अचानक पहाड़ी की तरफ से पत्थर गिर गया और पत्ïथर की चपेट में पिता पुत्र आ गए और वे पास में बह रही काली नदी में गिर गए। ऊफान पर आई काली नदी में दोनों बह गए। दोनों की चीख सुनकर पास में ही घास काट रही लीलावती बेटे और पति को बचाने के लिए काली नदी में कूदने लगी। तभी नदी किनारे नहा रहे युवकों ने उसे रोका और घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस पिता-पुत्र की तलाश में जुटी है।

