Report ring Desk
अल्मोड़ा। अपने वेतन को लेकर आशा कार्यकर्ता एक बार फिर एकजुट हुई हैं। भैसियाछाना विकासखंड की आशा कार्यकर्ताओं के शिष्टमंडल ने बैठक कर फिर से उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मंत्रालय से अपने पांच महीने से रुके वेतन को दिलाने की गुहार लगाई है।
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि हम लोग रात-दिन अपनी ड्यूटी ईमानदारी व निष्ठा पूर्वक करते आ रहे हैं। हमें समय पर मानदेय नहीं दिया जा रहा है। यही नहीं हमारा पॉच महीने का रुका हुआ मानदेय अब तक नहीं मिल पाया है।
आशा कार्यकर्ता हेमा भट्ट ने कहा कि आशा कार्यकर्ता राज्य में वर्ष 2005 से कार्य कर रहीं हैं। हमें स्वास्थ्य विभाग में काम करते हुए 18 साल होने जा रहे हैं। शासनादेश जारी करने के बावजूद हमें अपना रुका हुआ मानदेय नहीं मिल पा रहा है। पांच महीने से कोई मानदेय नहीं मिला है। मानदेय नहीं मिलने पर भी हम लोग रात दिन काम कर रहे हैं। कई बार शासन प्रशासन से गुहार लगाने के बाद भी हमारी समस्या को अनसुना किया जा रहा है जिससे हमारा मनोबल गिर रहा है।
आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने अपने विधायक मनोज तिवारी को भी ज्ञापन देकर अपनी समस्या को बताया था। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। लगातार उनकी समस्या को अनसुना किया जा रहा है आज फिर से आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग को लेकर एक बैठक की और इस संबंध में शासन प्रशासन को फिर से अवगत कराया। बैठक में हेमा भट्ट, चंपा देवी, बीना जोशी, नीमा जोशी, संजू देवी, चंपा आर्य, भावना मेहता, कल्पना मेहता, माया देवी, पुष्पा देवी, पानुली देवी, जीवंती देवी, नीमा चम्याल, पुष्पा देवी, संजू देवी, इंद्रा देवी, लीला पांडे, बबीता देवी, हेमा आर्य, लीला पांडे, बबीता देवी, माया नेगी, संजू देवी मौजूद थे।