देहरादून। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनदेखा किए जाने पर अब आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने एक जनवरी से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। रविवार को जैन धर्मशाला देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड राज्य आंगनबाडी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री की अध्यक्ष में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में कई ब्लॉको के अध्यक्षों ने भाग लिया और अपनी समस्याओं को रखा। बैठक का संचालन मधु पुंडीरने किया।
बैठक मेें निर्णय लिया गया कि राज्य एवं केंद्र सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को अनदेखा करती आ रही हैं जिस कारण प्रदेश भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं में आक्रोश है, इसलिए एक जनवरी 2024 से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर हैं। जिसकी जिम्मेदारी सरकार एवं विभाग की होगी।
ब्लॉक अध्यक्ष बीरो खन्ना ने कहा कि 20 सितंबर 2023 और 25 सितंबर 2023 को प्रदेश स्तरीय रैली के माध्यम से उत्तराखंड की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी समस्याओं एवं मांगों का ज्ञापन माननीय मुख्यमंत्री जी को सौपा था लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अनदेखा किया जा रहा है।
ब्लॉक अध्यक्ष जोली देवी ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भारत सरकार द्वारा 4500 और सहयिकाओं को 2200 रुपए प्रति माह मानदेय दिया जाता है, आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को श्रम कानून के तहत मिलने वाले लाभ जैसे ग्रेच्युटी पेंशन भविष्य निधि और स्वास्थ्य सुविधा का लाभ भी नहीं मिलता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय बहुत कम है एवं मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का अत्यधिक शोषण किया जा रहा है और उनकी स्थिति बंधवा मजदूरों की तरह है।
बैठक मेें ललिता पवार ने कहा कि विभाग द्वारा जो मोबाइल फोन हमें दिए गए थे वे खराब हो चुके हैं ऑनलाइन कार्य करने के लिए राज्य सरकार नए फोन उपलब्ध कराए। बैठक में उपस्थित गीता भल्ला ने कहा कि आंगनबाड़ी की रिटायरमेंट की आयु को अन्य राज्यों की भांति 62 वर्ष तक बढ़ाया जाए। वहीं रानी नौटियाल ने भवन किराए की समस्या, आंगनबाड़ी केंद्रों में कुक्ड फूड की समस्या,मिनी आंगनवाड़ी केन्द्रों के उच्चारण की समस्या, ऑनलाइन कार्य करने की समस्या एवं ढूलान की समस्या गिनाई। बैठक में रीना शर्मा, गीता भल्ला, सुनीता कौशल, रानी नौटियाल, सोनिया, दीपा, सावित्री भी शामिल रहे।