Report ring Desk
नैनीताल, अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड के कुमाऊं क्षेत्र में तीन दिन से लगातार हो रही बारिश बुधवार सुबह रुक गई। लगातार हो रही तेज बारिश के रुकने के बाद लोगों ने अब राहत की सांस ली है। बारिश रुकने के बाद लोगों ने राहत की सांस जरूर ली है लेकिन कुमाऊं क्षेत्र में बारिश से मची तबाही के बाद अब भी कई सड़कें बंद पड़ी हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है। विद्युत और संचार व्यवस्था भी चरमरा गई है। राज्य में राहत और बचाव कार्य जारी है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अधिकतर इलाकों में मौसम के अब सामान्य रहने के आसार हैं।
भारतीय वायुसेना के तीन हेलिकॉप्टर्स को राहत और बचाव कार्यों में लगाया गया है। इनमें से दो हेलिकॉप्टर को नैनीताल में तैनात किया गया है। बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान इसी जिले को पहुंचाया है। यह जिला बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यहां सड़कों से मलबा हटाने का काम जारी है।
मजबूत पश्चिमी विक्षोभ और निम्न दबाव वाला क्षेत्र के कारण राज्य में पिछले तीन दिन भारी बारिश हुई जिसने कई रिकार्ड तोड़ दिए। प्रदेश में इस दौरान औसत 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। जबकि अक्टूबर में पूरे माह में करीब 31 मिलीमीटर बारिश होती थी। वहीं कुमाऊं मंडल में तो बारिश ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। अकेले नैनीताल में 432 और ऊधमसिंह नगर में 368 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य के अधिकतर इलाकों में मौसम के अब सामान्य रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि उत्तराखंड में ज्यादातर इलाकों में मौसम सामान्य रहने के आसार हैं। हालांकि, पिथौरागढ़, नैनीताल, चम्पावत और पौड़ी में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार समेत आसपास के इलाकों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट आ सकती है। मैदानों में कुहासा छाने की आशंका है।