वन विभाग ने ग्रामीणों से की सतर्क रहने की अपील
By Naveen Joshi
खटीमा। सीमांत क्षेत्र में एक बार फिर से हाथियों की मूवमेंट होने से लोगों में दहशत बनी हुई है। ये हाथी आबादी क्षेत्र में आकर फसलों को तहस-नहस कर रहे हैं। बुधवार को उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे ग्राम भगचुरी, नौसर होते हुए बंडिया, पुरनापुर की तरफ जाने वाले रास्ते पर हाथियों के पदचिन्ह मिले, इससे लोगों में हाथियों के आबादी क्षेत्र में होने और भविष्य में किसी बड़ी अनहोनी होने की आशंका भी बन गई। वहीं, सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम हाथियों के मूवमेंट पर नजर रख रही है। टीम ने ग्रामीणों से सतर्क रहने की अपील की है।

करीब दो साल पहले चकरपुर क्षेत्र में टस्कर ने जंगल से सटे आबादी क्षेत्र में आकर एक युवक को मौत के घाट उतार दिया था, इसके बाद से क्षेत्र में हाथी होने की सूचना से लोगों में दहशत फैल गई थी। लोगों ने जंगल की ओर जाना भी बंद कर दिया था। इसके बाद जब हाथियों की जंगल से सटे क्षेत्रों में मूवमेंट बंद हुई तब लोग जंगल की ओर आने-जाने लगे। अब एक बार फिर से हाथियों की मूवमेंट आबादी से सटे क्षेत्रों में होने लगी है। 22 अगस्त को शाम ढलते ही एक टस्कर चकरपुर-बनबसा के बीच में स्थित जगबूढ़ा पुल के पास दिखाई दिया था। हालांकि, तब टस्कर जंगल की ओर चला गया था। इसके कुछ दिनों बाद हाथियों का एक झुंड वनखंडी महादेव मंदिर के पास आबादी के बेहद करीब नजर आया। इस झुंड ने जंगल से सटी आबादी में घुसकर ग्रामीणों की फसल भी चौपट कर दी थी।
ग्रामीणों ने किसी तरह हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ा। करीब तीन-चार दिन पहले चकरपुर क्षेत्र में दिखाई दिए ये हाथी मंगलवार को बग्घा चौवन गांव में दिखे। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम ने गश्त की तो उन्हें बुधवार को ग्राम भगचुरी नौसर होते हुए बंडिया पुरनापुर की तरफ जाते हुए रास्ते पर हाथियों के पदचिन्ह मिले। आशंका है कि ये हाथी नेपाल से आए हैं। वन विभाग के एसडीओ बाबूलाल ने बताया कि हाथियों के पदचिन्ह आबादी क्षेत्र में मिलने से उनके आबादी क्षेत्र में मूवमेंट करने की आशंका है। इस पर वन विभाग की टीम गठित कर मौके पर निगरानी के लिए लगा दिया है। टीम ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर हाथियों पर नजर रखने और सतर्क रहने की अपील की। साथ ही सूचना आलाधिकारियों को दे दी है।

