By Suresh Agrawal, Kesinga, Odisha
नौ सितम्बर दोपहर को कालाहाण्डी ज़िला मदनपुर-रामपुर थाना क्षेत्र के तहत कालाहाण्डी-कंधमाल सीमान्त स्थित सिर्की जंगल में दोनों ज़िलों की पुलिस के संयुक्त अभियान में पाँच कुख्यात माओवादी मारे गये। मारे गये माओवादियों में चार महिला एवं एक पुरुष शामिल है। वहीं सीपीआई (माओवादियों) की भीषण गोलीबारी में एसओजी के दो जवान भी शहीद हुये हैं, जिनका विवरण सी/1823 सुधीर कुमार टुडू (28) मयूरभंज तथा सी/326 देवाशीष सेठी (27) अंगुल से हैं। पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार नौ सितम्बर को सुबह 11 बजे सिर्की जंगल में माओवादी गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद कालाहाण्डी पुलिस हरक़त में आयी एवं उस द्वारा डीवीएफ़ एवं ओएसओजी के संयुक्त ऑपरेशन के ज़रिये पांच माओवादियों को ढ़ेर कर दिया गया एवं कॉम्बिंग ऑपरेशन अब भी ज़ारी है।
सुरक्षा बल एवं माओवादियों के बीच कोई आधे घण्टे तक हुई ज़बरदस्त गोलीबारी के बाद यह सफलता हासिल हुई। ज्ञातव्य है कि विगत काफी समय से कालाहाण्डी-कंधमाल सीमान्त क्षेत्र में माओवादियों का काफी दबदबा बना हुआ है और यही कारण है कि समय-समय पर सुरक्षा बलों द्वारा उनके विरुध्द कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जाता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष जुलाई में भी पुलिस द्वारा दो बार ज़बरदस्त कॉम्बिंग ऑपरेशन के ज़रिये माओवादियों को मौत के घाट उतारा गया था। पूरे घटनाक्रम पर सिलसिलेवार जानकारी देते हुये पुलिस महानिर्देशक, ओड़िशा अभय ने बतलाया कि माओवादी ढाल के रूप में महिला कैडरों का इस्तेमाल करते हैं, इसीलिये पुलिस कार्रवाई में मरने वालों में महिला माओवादी अधिक होती हैं।
उन्होंने माओवादियों से हिंसा छोड़ देश की मुख्यधारा से जुड़ने का आग्रह भी किया। उन्होंने घटना में शहीद हुए एसओजी जवानों के परिवारों को सरकारी नियमों के अनुसार सोलह लाख की अनुग्रह राशि के अलावा ज़मीन एवं परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। पुलिस महानिर्देशक के साथ डीआईआर (आंतरिक) आर.के.शर्मा, आईजीपी (ऑप्स) ए. ठाकुर एवं डीआईजी (एसडब्ल्यूआई) ए.सिंह एवं पुलिस अधीक्षक कालाहाण्डी बातुला गंगाधर भी मौज़ूद थे।
शहीदों के सम्मान में गार्ड ऑफ़ ऑनर पेश किया गया। ओड़िशा प्रशासन के एमएसएमई मंत्री कैप्टन दिव्यशंकर मिश्र एवं ओड़िशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रदीप्त नायक भी शहीदों के प्रति सम्मान प्रदर्शित करने यहां पहुंचे थे। इस बीच घटना में शहीद दोनों जवानों के शव अन्तिम संस्कार हेतु पूरे सम्मान सहित उनके पैतृक गांव भेज दिये गये हैं।