Report ring Desk
देहरादून। आशा एवं आशा फैसिलिटेटरो ने सरकार से अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर बैठक की। देहरादून चकराता तियूनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित इस बैठक में आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों ने शासनादेश जारी होने के बावजूद माह अपै्रल से प्रोत्साहन राशि न मिलने पर नाराजगी जताई है। आशा एवं आशा फैसिलिटेटरो का कहना है कि विगत वर्षों से शासनादेश जारी होने के बावजूद भी प्रोत्साहन राशि न मिलने से उनका मनोबल गिर रहा है। बैठक में आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों ने अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर भी चर्चा की।
आशा एवं आशा फैसिलिटेटरों का कहना है कि सरकार एक तरफ़ आशाओं को स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ कहती है। वहीं दीपावली जैसे पावन पर्व में भी माह अप्रैल से प्रोत्साहन राशि नहीं मिल पाई है जिससे आशा कार्यकर्ता उपेक्षा का कारण बनी हुई हैं। आशा एवं आशा फैसिलिटेटरो का कहना है उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों की रहने वाली मात्र शक्ति इसी पैसे से अपनी दिनचर्या चलाती हैं। लेकिन समय पर प्रोत्साहन राशि न मिलने से उनकी आर्थिक स्थित खराब हो गई है जिससे उनका काम करने के लिए मनोबल गिर रहा है। उन्होंने शासन प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द हमारी प्रोत्साहन राशि हमारे खातों में डाली जाय और हमारी छह सूत्री मांगों का भी समाधान किया जाय। बैठक में तय किया गया कि अगर अब भी शासन प्रशासन ने उनकी मांगें नहीं मानेगा तो उन्हें धरना प्रदर्शन व हड़ताल के लिए मजबूर होना पड़ेगा।


